बिलासपुर
राजीव दुबे
बिलासपुर के सिविल लाइन थाने में खुद को आग लगाकर घुसने वाले युवक की इलाज के दौरान मृत्यु हो गयी है।मामले की संवेदनशीलता और गंभीरता को देखते हुए न्यायिक जांच के आदेश दे दिए गए है।बिलासपुर एसडीएम इसकी जांच करेंगे।

4-5 फरवरी की दरमियानी रात में खुद पर ज्वलनशील पदार्थ डाल आग लगाकर सिविल लाइन थाने में घुसने वाले युवक की इलाज के दौरान 9 फरवरी को मौत हो गयी है।इस मामले में युवक के परिजनों ने पुलिस पर युवक का एफआईआर दर्ज नही किये जाने को कारण बताया है।मामले को गंभीरता से लेते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर ने न्यायिक जांच के लिए कलेक्टर को पत्र लिखा था।कलेक्टर ने बिलासपुर एसडीएम पुलक भट्टाचार्य को जांच अधिकारी नियुक्त किया है।इस बीच सिविल लाइन थाना प्रभारी सनीप रात्रे को लाइन अटैच कर दिया गया है। ज्ञातव्य है कि 4-5 फरवरी की दरमियानी रात सिविल लाइन थाना क्षेत्र निवासी समीर खान ने थाना सिविल लाइन पहुंचकर आत्मदाह करने की कोशिश की थी।वह अपने भाई के साथ थाना पहुंचा और देखते-देखते ज्वलंतशील पदार्थ अपने ऊपर डालकर खुद को आग के हवाले कर दिया।इससे युवक गंभीर रूप से जल गया,जिसे इलाज सिम्स ले जाया गया।सिम्स में प्रथमिम उपचार पश्चात बिगड़ती हालत को फेखते हुते समीर को रायपुर रेफेर किया गया।वहां इलाज वे दौरान उसकी मौत हो गयी।वहीं युवक समीर खान की माँ मुमताज़ खान ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे।मेड़ी से बात करते हुए बताया था कि समीर के साथ तीन दिन पूर्व हुई मारपीट की रिपोर्ट लिखाने वह लगातार तीन दिन से सिविल लाइन थाना जा रहा था। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज नहीं की थी।.युवक ने बताया कि रिपोर्ट लेकर जब थाना पहुंचा तब टीआई के द्वारा दुर्व्यवहार करते हुए उसे थाने से भगा दिया गया था। इससे परेशान होकर समीर खान ने आत्मदाह की कोशिश की थी।वही पुलिस ने इसे खुद के ऊपर हुए एफआईआर से बचने के लिए उठाया गया कदम बताया था।अब युवक की मौत के बाद मामला गंभीर हो गया है।इसे देखते हुए न्यायिक जांच की सिफारिश वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा की गई है ,जिसे मानते हुए एसडीएम बिलासपुर पुलक भट्टाचार्य जांच को जवाबदारी दी गयी है।