माध्यमिक शिक्षा मंडल में दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों की है महत्वपूर्ण भूमिका, स्थापना दिवस पर होता है सम्मान।

रायपुर

ब्यूरो –

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंड़ल का 21 वां स्थापना दिवस 20 जुलाई को।मनाया जाएगा।इस अवसर पर कार्यक्रम का आयोजन कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए किया जाएगा।इस अवसर पर मंडल के स्थायी और अस्थायी कर्मचारियों का सम्मान किया जाएगा।

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंड़ल की स्थापना 20 जुलाई 2001 को हुई थी।इस वर्ष इसका 21वां स्थापना दिवस है।माध्यमिक शिक्षा मंडल ने छत्तीसगढ़ के शिक्षा बोर्ड के रूप में एक निर्विवाद संस्था के रूप में काम किया है।इसके प्रथम अध्यक्ष आईएएस सुनील कुजूर और सचिव आईएएस अशोक अग्रवाल थे।माध्यमिक शिक्षा मंडल से लगभग 150 से अधिक दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी कार्यरत है,जो माध्यमिक शिक्षा मंड़ल को अपने दायित्वों के निर्वाहन में महती भूमिका निभा रहे है।इस बीच यद्यपि दैनिक वेतन भोगी लगातार अपने नियमितिकरण के लिए मांग करते आये है ,जो आज भी अधूरी है ।फिर भी वे अपने दायित्व ईमानदारी से निभा रहे है।इससे कोई फर्क नही पड़ता कि वे अनियमित कर्मचारी है।शिक्षा मंड़ल से जुड़े हुए कई गोपनीय कार्य भी दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों द्वारा संपादित किया जा रहा है।लेकिन इन 21 वर्षो में कभी भी कोई शिकायत नही आई है,और न ही किसी अनियमित कर्मचारी का नाम किसी अवैध गतिविधि में सामने नही आया है।जबकि शिक्षा मंडल द्वारा दसवीं- बारहवीं के बोर्ड परीक्षा का कार्य संपादन हो या डीएलएड की परीक्षाओं का आयोजन हो सभी मे दैनिक वेतनभोगियों की सक्रिय भूमिका रहती है।इसलिए शिक्षा मंडल के अधिकारी भी पूरा विश्वास रखते है।इसी के चलते मंडल में कार्यरत सभी स्थायी और अस्थायी कर्मचरियों का स्थापना दिवस पर सम्मान किया जाता है।उनके परिवार के बच्चों को परीक्षाओं में अच्छे अंक लाने पर प्रात्साहित किया जाता है।इस वर्ष भी यह सम्मान स्थापना दिवस पर किया जाएगा।यह जानकारी मंडल के दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों के सचिव जितेंद्र सिंहः ने दी है।

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