रायपुर
ब्यूरो –
कोरोना के चलते पिछले डेढ़ साल से बंद विद्यालयों और अन्य शैक्षणिक संस्थानों के पट 2 अगस्त से खोले जाने का निर्णय लिया गया है।आज मुख्यमंत्री निवास में हुई कैबिनेट मंत्रियों की बैठक में निर्णय लिया गया है।इसमे प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक, 9वीं से बारहवीं सहित कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थाओं को खोलें जाने का निर्णय लिया गया है।
छत्तीसगढ़ में अब स्कूल कॉलेजों के पट खुलने का रास्ता साफ हो गया है।यदि सब कुछ सही रहता है तो अगस्त में शैक्षणिक संस्थाओं को खोले जाने का निर्णय सरकार ने ले लिया है।आज मुख्य मंत्री भूपेश बघेल के निवास में हुई कैबिनेट की बैठक में यह निर्णय लिया गया है।कैबिनेट में लिए गए निर्णय ले अनुसार बड़ी कक्षाओं के अलावा प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक कक्षाओ को भी खोले जाने की सहमति बन गयी है।वही नर्सिंग ,मेडिकल और इंजीनियरिंग कॉलेजों को भी खोले जायेंगे।1 अगस्त को रविवार होने के कारण शैक्षणिक संस्थाएं 2 अगस्त से खोले जाएंगे ।इसके लिए कोरोना गाइड लाइन भी बनाया जाएगा ,जिसके अनुसार ही विद्यालयों और महाविद्यालयों का संचालन किया जाएगा।जिन विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या अधिक है वहाँ दिनों के अंतर में विद्यार्थियों को बुलाया जायेगा।ऐसे गांव जहाँ कोरोना के मामले शून्य है वहां पालक और शाला संचालन समिति निर्णय लेंगे।कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने बताया कि विद्यालयों के संचालन के दौरान शासन द्वारा बनाये गए कोरोना गाइड लाइन का सख्ती से पालन किया जाना अनिवार्य होगा।इसके अलावा आंगनबाड़ियों को भी 2 पालियों में संचालित करने का निर्णय लिया गया है।साथ ही नया रायपुर में विश्व स्तरीय शिक्षण संस्थान खोलने के लिए 20 एकड़ जमीन आवंटित कर 50 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है।
प्रदेश के 28 जिलों में जेनरिक दवाइयों की मुख्यमंत्री सस्ती दवा दुकान योजना शुरू की जाएगी।इसके लिए प्रथम अनुपूरक में स्वास्थ्य योजनाओं को शामिल किया गया है।