बिलासपुर
राकेश मिश्रा
तखतपुर जनपद पंचायत में अधिकारियों कर्मचारियों के आने जाने की मनमानी उस समय सामने आ गई, जब जनपद पंचायत अध्यक्ष माधवी संतोष वस्त्रकार ने जनपद पंचायत कार्यालय के मनरेगा शाखा का औचक निरीक्षण किया।निरीक्षण के दौरान कार्यक्रम अधिकारी सहित मनरेगा शाखा के आधे से भी अधिक कर्मचारी अनुपस्थित पाए गए ।निरीक्षण के समय जब अध्यक्ष ने सीईओ से टेलीफोनिक जानकारी ली तो कार्यक्रम अधिकारी की अनुपस्थिति को लेकर अलग अलग जानकारी भी सामने आई।

दरअसल गुरुवार को जनपद पंचायत तखतपुर की अध्यक्ष माधवी संतोष वस्त्रकार ने जनपद पंचायत के कर्मचारियों की उपस्थिति का जायजा लेने के लिए औचक निरीक्षण कर दिया।अध्यक्ष के निरीक्षण के दौरान कर्मचारियों की आपसी सांठगांठ भी सामने आई जब अनुपस्थित कर्मचारियों को बचाने के लिए किसी के फील्ड में होने की बात बताई तो किसी के छुट्टी पर होने की बात कहते नजर आए।हद तो तब हो गई जब कार्यक्रम अधिकारी विकास जायसवाल की अनुपस्थिति को लेकर अलग अलग कर्मचारियों ने अलग अलग बात बताई।जब अध्यक्ष ने मनरेगा शाखा का निरीक्षण किया तो वहां उपस्थित कर्मचारियों ने विकास जायसवाल को मीटिंग में जिला पंचायत में होना बताया।वही जब खुद विकास जायसवाल से जनपद अध्यक्ष माधवी वस्त्रकार ने अनुपस्थिति का कारण पूछा तो स्वास्थ्य खराब होने की वजह से घर में होना बताया।मगर जब जनपद पंचायत सीईओ सत्यव्रत तिवारी से बात की गई तो उनका कहना था कि कार्यक्रम अधिकारी छुट्टी लेकर बाहर जा रहे हैं।इस तरह एक ही कर्मचारी के लिए तीन अलग अलग स्थितियां बताई गई।इससे स्पष्ट होता है कि जनपद के कर्मचारी आपसी सांठगांठ से जब चाहे छुट्टी मार रहे हैं ।अपनी मर्जी से कार्यालय आना जाना करते है।इसमें कार्यालय प्रमुख का संरक्षण होना भी सामने आ गया।
वही निरीक्षण के दौरान कर्मचारियों की अनुपस्थिति से जनपद अध्यक्ष माधवी वस्त्रकार काफी नाराज़ हुई और सीईओ सत्यव्रत तिवारी को इसी महीने जनपद कार्यालय में कर्मचारियों की उपस्थिति के लिए बायोमेट्रिक मशीन लगाने का निर्देश दिया। साथ ही यह चेतावनी भी दी कि यदि एक तारीख तक बायो मेट्रिक मशीन नहीं लगाया जाता है, तो उच्च कार्यालय से शिकायत कर बायो मेट्रिक लगवाया जाएगा।वही इस मामले को लेकर जनपद अध्यक्ष ने नाराजगी जाहिर करते हुए अनुपस्थित अधिकारी कर्मचारी की शिकायत बिलासपुर कलेक्टर संजय अग्रवाल और जिला पंचायत सीईओ से शिकायत कर कड़ी कार्यवाही की मांग करने की बात कही।

कर्मचारियों की अनुपस्थिति को लेकर नाराजगी व्यक्त करते हुए जनपद अध्यक्ष माधवी संतोष वस्त्रकार ने कहा कि तखतपुर क्षेत्र के ग्रामीण दूर दूर से अपनी मूलभूत कार्य जैसे आवास, पेंशन, राशनकार्ड, शासकीय योजनाओं की जानकारी सहित गांव से जुड़ी समस्याओं को लेकर कार्यालय आते है ।लेकिन लगातार कर्मचारियों के गायब रहने से उनकी मुलाकात नहीं हो पाती और उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पता। इसके कारण उन्हें उल्टे पांव बैरंग लौटना पड़ता है और अपना काम कराने के लिए मोटी रकम खर्च करना पड़ता है और भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है। हम सभी जनपद सदस्य को जनता ने उम्मीद से चुना है और हमारा कर्तव्य बनता ही कि उनकी समस्याओं का समाधान कार्यालय में हो जाए।लेकिन कर्मचारियों की अनुपस्थिति से हमारे जनपद क्षेत्र में हमारी छवि खराब होती है।साथ ही लोगो के आक्रोश का सामना भी करना पड़ता है। कार्यकाल में कर्मचारियों के समय पर कार्यालय आने और पूरे समय तक काम करने के लिए व्यवस्था बनाई जाएंगी।
जनपद कार्यालय के मनरेगा शाखा में औचक निरीक्षण के दौरान आवास शाखा के अधिकारी कर्मचारी एसी की ठंडी हवा में दरवाजा बंद कर कार्य करते नजर आए। उनके द्वारा दरवाजा बंद करके काम करने से हितग्राही कर्मचारियों को अनुपस्थित मानकर लौट जाते है।इसलिए आवास शाखा के कर्मचारियों को समझाइश दी गई कि अगर आप दरवाजा बंद कर कार्य करेंगे तो गांव से आने वाले आवास के हितग्राही कैसे अपनी समस्या बताएंगे ।वो शाखा बंद है करके वापस चले जाएंगे। जिसके कारण वह उनकी समस्या का निराकरण नहीं हो पाएगा। वही अध्यक्ष माधवी वस्त्रकार ने आवास शाखा के निदान के लिए तत्काल जनपद कार्यालय में एक आवास शाखा का हेल्प डेस्क लगाने के लिए निर्देशित किया।

सभी तकनीकी सहायक और सहायक इंजीनियर मिले अनुपस्थित
निरीक्षण के दौरान सहायक इंजीनियर और तकनीकी सहायक के बारे में जानकारी।ली गई तब सभी इंजीनियर कार्यालय से नदारद नजर आए ।मात्र एक महिला तकनीकी सहायक निरीक्षण के दौरान कार्यालय पहुंची।जबकि जनपद पंचायत में लगभग डेढ़ दर्जन तकनीकी सहायक कार्यरत है।लेकिन किसी के आने जाने की कोई तिथि और समय निर्धारित नहीं है।