बिलासपुर

राकेश मिश्रा
प्रदेश में यूरिया की किल्लत के बीच तखतपुर क्षेत्र में लगातार छापामार कार्यवाही जारी है।सोमवार को राज्य स्तरीय टीम ने जिला और ब्लॉक लेवल अधिकारियों के साथ नगर के संकट मोचन खाद भंडार में छापामार कार्यवाही की है। इस कार्यवाही से नगर के कृषि सेवा केंद्रों संचालक कार्यवाही के डर से व्यापारी सहमे नजर आ रहे है। संकट मोचन खाद भंडार में कई दवाओं के विक्रय पर रोक लगाया गया है।

सोमवार को राज्य स्तरीय कृषि अधिकारियों की टीम ने जिले के विभिन्न कृषि केंद्रों और खाद भंडारों पर छापामार कार्यवाही की।इस क्रम में तखतपुर के संकट मोचन खाद भंडार में चिरंजीवी सरकार उप संचालक कृषि संचालनालय कृषि रायपुर, पी.डी. हथेश्वर उप संचालक कृषि बिलासपुर, अनिल शुक्ला सहायक संचालक कृषि बिलासपुर, अशोक सिंह बनाफर सहायक संचालक कृषि कार्या संयुक्त संचालक कृषि बिलासपुर, आशीष दुबे नोडल अधिकारी जि.सह.के.बै. बिलासपुर, राजेन्द्र शुक्ला, कार्या. जिला विपणन अधिकारी बिलासपुर, ए.के. सतपाल, व.कृ.वि.अ तखतपुर, आर.एल. पैकरा, उर्वरक निरीक्षक तखतपुर, अजय सिंह, उर्वरक निरीक्षक बिल्हा, के.एल. मनहर व.कृ.वि.अ. कार्या संयुक्त संचालक कृषि बिलासपुर, विजय धीरज ग्रा.कृ.वि.अ. (कार्या.) के द्वारा तखतपुर में मेसर्स संकट मोचन खाद भंडार तखतपुर में छापामार कार्यवाही की गई। इस दौरान मेसर्स संकट मोचन खाद भंडार तखतपुर में बिना फार्म ओ इन्द्राज कराये बायो उर्वरक का भंडारण पाये जाने के फलस्वरूप तत्काल उपलब्ध बायो उर्वरक बायो आर्गेनिक-65 कि.ग्रा., हुमिक एसिट-170 कि.ग्रा. को विक्रय प्रतिबंध करते हुए जब्ती की कार्यवाही कर नोटिस जारी किया गया।

वही खाद की किल्लत और अधिक दामों में खाद बेचे जाने पर चिरंजीव सरकार ने कहा कि लगातार कार्यवाही की जा रही है। यदि किसी कृषि केंद्र या खाद भंडार के द्वारा अधिक दामों में खाद बेचते पाया जाता है तो संबंधित दुकान संचालक के विरुद्ध एफ आई आर कराया जाएगा।

नहीं दे पाए जवाब

सहायक संचालक पी डी हथेश्वर से जब किसान सेवा केंद्र के विरुद्ध शिकायत के बाद भी ठोस कार्यवाही नहीं किए जाने के विषय में पुछा गया, तो पहले तो उन्होंने अधिक दाम में विक्रय किए जाने की लिखित शिकायत नहीं होने की बात कहते हुए किसान सेवा केंद्र के लाइसेंस को लिम्बित करने और उनके द्वारा संतुष्टि पूर्ण जवाब देने पर लाइसेंस बहाल करने की बात कही ।मगर जब उन्हें बताया गया कि शिकायत लिखित की गई है तो उन्होंने निरीक्षक आर एल पैकरा से पूछा। निरीक्षक पैकरा ने भी अधिक दाम में बेचे जाने की लिखित शिकायत मिलने की बात बताई तो सहायक संचालक हथेश्वर को जवाब देते नहीं बना और उन्होंने वही निरीक्षक के ऊपर सारी जवाबदारी डाल दी।

कार्यवाही केवल दिखावा या गंभीर
जिस तरह से सहायक संचालक चिरंजीवी सरकार ने दावे के साथ कहा कि सभी सहायक संचालकों को संचालनालय से निर्देश है कि यदि किसी खाद दुकान संचालक द्वारा अधिक दामों में खाद बिक्री किए जाने की शिकायत मिलती है तो उसके विरुद्ध थाने में मामला दर्ज कराया जाएगा।इसके उलट किसान सेवा केंद्र तखतपुर के संचालक के विरुद्ध लिखित शिकायत के बाद भी सहायक संचालक पी डी हथेश्वर द्वारा किसान सेवा केंद्र को केवल नोटिस और लाइसेंस निलंबन कर अभय दान दे दिया गया।इससे लगता है कि कार्यवाही महज खाना पूर्ति है।अब देखना यह है कि कृषि विभाग की यह कार्यवाही केवल दिखावा है या किसी कालाबाजारी करने वालों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही कर कोई कड़ा संदेश देंगे