बिलासपुर
ब्यूरो
ललिता संतोष कश्यप यह एक नाम नही तखतपुर क्षेत्र में पंचायती राज का सशक्त चेहरा है,जो पीछले 20 वर्षो से अनवरत आम जनता का चेहरा बनकर क्षेत्र में विकास के पहिए को आगे बढ़ाने का काम कर रही है।ललिता संतोष कश्यप में जो संतोष जुड़ा हुआ है वही उनके विजयरथ के सारथी है।कहते हैं एक सफल आदमी के पीछे एक स्त्री का हाथ होता है।मगर अक्सर इस बात को नजर अंदाज कर दिया जाता है कि एक सफल महिला को सफल बनाने में एक पुरुष भी बराबर का साथी होता है।हम बात कर रहे हैं संतोष कश्यप की,जो राजनीतिक समझबूझ और रणनीति से ललिता कश्यप की राजनीति के रथ का सारथी बनकर लगातार पंचायत राज में 20 वर्षो से महिला सशक्तिकरण का पर्याय बनी हुई है।यह सफल वैवाहिक जीवन का बहुत अच्छा उदाहरण हो सकता है।यद्यपि जीत का चेहरा उनकी ललिता कश्यप का ही होता है। मगर सेहरा हमेशा से ही संतोष कश्यप के सिर पर बंधता रहा है।उनके व्यवहार और मिलनासारिता के साथ साथ स्वच्छ और अनुशासित राजनीतिक छवि ने ही ललिता कश्यप को 20 वर्ष ने पंचायत राज में अपने क्षेत्र का नेतृत्व करने का अवसर प्रदान किया है।यह शायद ईश्वर इच्छा है कि संतोष कश्यप राजनैतिक महत्त्वाकांक्षाएं उनकी अर्धांगिनी के चेहरे और नाम के साथ पूरी हो।कई वर्षों से प्रयास कर रहे सन्तोष कश्यप को चुनाव लड़ाने का अच्छा खासा अनुभव है ।लेकिन उन्हें स्वयं कोई बड़ा चुनाव लडने का अवसर नही मिल पा रहा है।जिस तरह से सूझबूझ और राजनैतिक समझ से संतोष कश्यप ने ललिता कश्यप को मातृ शक्ति के रूप में आगे बढ़ाया है,उससे यह सपष्ट हो जाता है कि संतोष एक अच्छे राजनीतिज्ञ के साथ साथ अच्छे मार्गदर्शक और नेतृत्वकर्ता हैं।उनकी राजनीतिक समझ ,ईमानदारी व्यक्तिगत छवि को देखते हुए ही भाजपा ने उन्हें विजयपुर मंडल का अध्यक्ष बनाया था।उनके नेतृत्व में विजयपुर मंडल में भाजपा लगातार मजबूत होती गई है और विजयपुर मंडल के भाजपा हमेशा से चुनाव जीतता रहा है।
संतोष की मेहनत ललिता को यश
ललिता संतोष कश्यप तखतपुर जनपद क्षेत्र में यह नाम पीछले 20 वर्षो से पंचायत राज मातृ शक्ति का पर्याय बनी हुई है।वे लगातार 20 वर्षो से पंचायती राज के किसी न किसी पद पर आसीन रही है। सरपंच से शुरू हुआ उनका राजनैतिक जीवन अब जिला पंचायत सदस्य का सफर करने की पूरी तैयारी में है।वे बिलासपुर जिला पंचायत क्षेत्र क्रमांक 6 से पर्चा दाखिल करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।यहां उनका विजयरथ आगे बढ़ता है तो, लगातार 25 वर्ष तक पंचायती राज का अनुभव उन्हे विधानसभा और लोकसभा में नेतृत्व का अवसर पाने का सशक्त दावेदार बनाएगा ।
संतोष ने दिलाया पद
ललिता संतोष कश्यप ने बीस वर्षो के जनप्रतिनिधित्व काल में ग्राम के सरपंच से लेकर जनपद उपाध्यक्ष तक के पद पर कार्य किया है।उनका दुर्भाग्य रहा कि वे जनपद पंचायत का अध्यक्ष बनते बनते रह गई।उन्होंने ग्राम पंचायत लिम्हा (23 जनवरी 2005 से 2 फरवरी 2010 तक),जनपद सदस्य क्षेत्र क्रमांक 3 लिम्हा (3 फरवरी 2010 से 29 अक्टूबर 2012 तक),जनपद उपाध्यक्ष जनपद पंचायत तखतपुर (30 अक्टूबर 2012 से 6 फरवरी 2015 तक),जनपद सदस्य क्षेत्र क्रमांक 3 लिम्हा एवं सभापति कृषि समिति (7 फरवरी 2015 से 4 फरवरी 2020 तक),जनपद सदस्य क्षेत्र क्रमांक 4 बेलपान (5 फरवरी 2020 से फरवरी 2025 तक) का नेतृत्व किया है।महत्वपूर्ण बात यह भी है कि उन्होंने जीतने भी चुनाव जीते है सभी में आधे से अधिक मत (55% से अधिक मत) प्राप्त किया है। यह भी एक रिकॉर्ड है।
भाजपा संगठन में भी संभाली जिम्मेदारी
भाजपा में सक्रीय सदस्य रहते हुए ललिता संतोष कश्यप ने संगठनात्मक उत्तरदायित्व का भी निर्वहन किया है।उन्होंने संगठन में मंडल कार्य समिति सदस्य,महिला मोर्चा उपाध्यक्ष,जिला कार्य समिति सदस्य के रूप कार्य किया है ।
सरपंच के रूप में प्रमुख कार्य
अपने राजनैतिक जीवन के प्रथम पायदान पर ही ललिता संतोष कश्यप ने जनता को दिखाया कि वे एक अच्छी जनप्रतिनिधि है।उन्होंने जन भावना को कार्यरूप में परिणित करते हुए पंचायत लिम्हा में चल रहे अवैध शराब भट्टी को बंद कराकर पूर्ण शराब बंदी कराया।ग्राम पंचायत लिम्हा को आदर्श ग्राम पंचायत बनाया।लिम्हा को निर्मल ग्राम घोषित कराया।उनके सरपंच रहते हुए पुरे विकासखंड में सर्वाधिक राशि का रिकॉर्ड कार्य हुआ।इस तरह सरपंच के रूप में उनके कार्य को देखते हुए जनता ने पीछले 20 वर्ष उनको अपना चेहरा बनाकर क्षेत्र की कमान उनके हाथों में देती आई है।