बिलासपुर
राजीव दुबे
भारत की एकता और अखंडता को लेकर राहुल गाँधी द्वारा किये गए ट्वीट पर अब राजीनीतिक बवाल शुरू हो गया है।असम में बीजेपी के यूथ विंग ने राहुल गांधी के खिलाफ 700 से अधिक पुलिस स्टेशनो में एफआईआर किये जाने के आवेदन दिए है।युथ विंग के इस कदम पर काँग्रेस लीडर विवेक तन्खा ने एतराज जताते हुए असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा को ट्वीट कर मुख्यमंत्री के तौर पर इस प्रतिक्रिया को संरक्षण नही देने की बात कही है।
भारत की एकता और विविधता को लेकर राहुल गांधी के एक ट्वीट ने भारत मे राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया है।राहुल के इस ट्वीट को लेकर असम में भाजपा के युथ विंग ने राज्य के अलग अलग थानो में राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर कराने के लिए 700 से अधिक आवेदन दिये हैं।दरसल राहुल गांधी ने 10 फरवरी को एक ट्वीट किया था जिसमे भारत की एकता को लेकर अपने विचार रखते हुए कश्मीर से केरल और गुजरात से पश्चिम बंगाल तक बनाये रखने और इस भावना को अपमानित नही करने की बात लिखी थी। लेकिन इस ट्वीट में जहाँ उत्तर से दक्षिण में कश्मीर से केरल का उल्लेख है वही पश्चिम से पूर्व में केवल पश्चिम बंगाल तक लिखा है जबकि भारत का अंतिम पूर्वी राज्य अरुणाचल प्रदेश है।इसमें पूर्व के असम, मणिपुर,सिक्किम मिजोरम,नागालैंड,मेघालय और अरुणाचल प्रदेश को शामिल नही किया है। ट्वीट में राहुल गाँधी ने लिखा था कि

हमारे संघ में ताकत है।
हमारी संस्कृतियों का संघ।
हमारी विविधता का संघ।
हमारी भाषा संघ।
हमारे लोगों का संघ।
राज्यों का हमारा संघ।
कश्मीर से केरल तक। गुजरात से पश्चिम बंगाल तक। भारत अपने सभी रंगों में सुंदर है।
भारत की आत्मा का अपमान मत करो।
राहुल के इस ट्वीट पर असम में कड़ी प्रतिक्रिया आई है।वहां बीजेपी के युवा मोर्चा ने इस इसे विभाजनकारी और देश विरोधी बयान बताते हुए प्रदेश के अलग अलग 700 थानों में राहुल गांधी के विरुद्ध देशद्रोह का मामला दर्ज करने का आवेदन दिया है। भाजपा युवा मोर्चा के इस कदम पर कांग्रेस के नेता विवेक तन्खा ने प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए असम के मुख्यमंत्री हेमंत विश्व सरमा को एक के बाद एक दो ट्वीट करते हुए लिखा है कि क्या राहुल गांधी का ट्वीट देश के खिलाफ है?

क्या राहुल गांधी का यह ट्वीट का देशद्रोह है या देश विरोधी है !! बीजेपी यूथ विंग ने असम के विभिन्न थानों में देशद्रोह और राष्ट्र विरोधी बयानों के लिए राहुल गांधी के खिलाफ एफआईआर के लिए 700 शिकायतें दर्ज की हैं।हेमंत बिस्व सरमा जीसीएम असम हम आशा करते हैं कि इस तरह की हास्यास्पद प्रतिक्रिया को आप संरक्षण देंगे !!

क्या बीजेपी यूथ विंग ने अपना दिमाग खो दिया। वे जनता और अदालत में हंसी का पात्र होंगे। क्या आप लोग इतने हताश हैं कि इस बात को भी मुद्दा बनाया जाता है। मुझे आपकी पार्टी पर दया आती है।
विवेक तन्खा के ट्वीट के जवाब में असम के मुख्यमंत्री हेमंत बिस्व सरमा ने भी जवाबी ट्वीट करते हुए।कांग्रेस और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के बीच हुए समझौते के विषय मे पूछ लिया।उन्होंने लिखा कि

आपके कानूनी कौशल का सम्मान करता हूं। हालाँकि हमें यह देखने की ज़रूरत है कि भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के बीच हस्ताक्षरित एमओयू में क्या है – उत्तर पूर्व विशेष रूप से अरुणाचल का बहिष्कार जानबूझकर किया गया है या यह अच्छे आशय से हुई एक गलती है।
राहुल गांधी के इस ट्वीट में पूर्वांचल राज्यों को के नाम छोड़ दिये जाने के बाद राजीनीति हलकों में बयानबाजी आने वाले समय मे बढ़ने वाला है।वहीं कांग्रेस के नेताओ को इसका बचाव करना कठिन होने वाला है। पूर्व में भी राहुल गांधी के चीन से जुड़े हुए बयानो और ट्वीट्स पर काँग्रेस घिरती आयी है।एक बार फिर राहुल के इस ट्वीट ने अन्य पार्टियों को चीन के प्रति राहुल के समर्थन को लेकर घेरने का अवसर दे दिया है।