तखतपुर
ब्यूरो –
तखतपुर जनपद के जुनापारा ग्राम पंचायत के सरपंच के विरुद्ध पंचायत की धारा 39 और 40 के तहत कार्यवाही का आदेश जिला पंचायत द्वारा जारी होने के बाद भी कार्यवाही नही होने का आरोप लगाते हुए अनशन पर बैठे युवा कंग्रेस नेता रामेश्वरपूरी गोस्वामी का अनशन यूथ कांग्रेस और विधायक की मध्यस्थता से आज समाप्त हो गया।
तीन दिनों से अनशन पर बैठे युवा कांग्रेस नेता रामेश्वरपूरी गोस्वामी का अनशन आज समाप्त हो गया।इसमे क्षेत्रीय विधायक श्रीमती रश्मि आशिष सिंह और यूथ कोंग्रेस की महत्वपूर्ण भूमिका रही।रामेश्वरपूरी गोस्वामी जुनापारा सरपंच और सचिव पर कार्यवाही की मांग को लेकर अनशन पर बैठे थे।दरअसल रामेश्वरपुरी गोस्वामी ने जून महीने में पंचायत स्तर पर चले मनरेगा के काम मे फ़र्ज़ी मस्टररोल भरने का आरोप लगाया था और आरटीआई के तहत जानकारी निकाल कर शिकायत की थी जो कि जांच में सही पाया गया था
इस जांच प्रतिवेदन के आधार पर जिला पंचायत सीईओ ने रोजगार सहायक को बर्खास्त करने सचोव को निलंबित और सरपंच के विरुद्ध धारा 39 व 40 के तहत कार्यवाही किये जाने का आदेश दिया था।जिला पंचायत के आदेश पर रोजगार सहायक को तो बर्खास्त कर दिया गया लेकिन सचिव और सरपंच के विरुद्ध दिए गए आदेश पर कोई कार्यवाही नही हुई।इससे क्षुब्ध होकर रामेश्वरपुरी तहसील आफिस के पास 22 मार्च से आमरण अनशन पर बैठ गए।
तीन दिन तक चले इस अनशन की चर्चा यूथ कांग्रेस के माध्यम से शीर्ष नेताओ तक पहुंची और कांग्रेस शासन में ही कांग्रेस नेता के द्वारा अनशन आंदोलन करने के कारणों की जानकारी ली गयी ।इसके बाद विधायक श्रीमती रश्मि सिंह ने पहल की और धरना स्थल पर एसडीएम को साथ लेकर पहुंची।जहां विधायक और एसडीएम के आश्वासन के बाद युवा कांग्रेस नेता को जूस पिलाकर अनशन तुड़वाया गया।
एसडीएम आनंदरूप तिवारी ने बताया कि मामला एसडीएम कोर्ट में प्रक्रियाधीन है,और धारा 40 के तहत कार्यवाही करने के पूर्व दोनों पक्षो की पूरी सुनवाई करने के बाद ही कोई आदेश जारी किया जाएगा।तब तक किसी भी माध्यम से कोई भी कोर्ट के ऊपर दबाव नही बना सकता है।ठीक है जिला पंचायत से आदेश जारी हुआ है उसके आधार पर उस पर कार्यवाही करते हुए ही संबंधित सभी पक्षो को नोटिस जारी कर न्यायालय में आकर जवाब प्रस्तुत करने को कहा गया है।रामेश्वरपुरी जी को भी अपना पक्ष रखने के लिए सूचना जारी किया गया था।शीघ्र ही दोनों पक्षो की सुनवाई के बाद निर्णय पारित किया जाएगा।
रामेश्वरपूरी गोस्वामी का कहना है कि
मेरे इस आंदोलन में प्रमुख रूप से यूथ कांग्रेस के मेरे साथियो और पार्टी के शीर्ष नेताओ का सहयोग रहा है विधायक मैडम के सम्मान और आश्वासन तथा एसडीएम द्वारा निष्पक्ष कार्यवाही के वचन पर मैंने अपना अनशन स्थगित किया है समाप्त नही।यदि शीघ्र कोई कार्यवाही नही होती है तो भ्रष्टाचार के विरुद्ध यह आंदोलन परिणाम आने तक चलेगा।पुनः जांच करने और कोर्ट का हवाला देकर एसडीएम साहब गुमराह करने के साथ साथ जिला पंचायत द्वारा कराए गए जांच को झूठा साबित कर रहे हैं।अन्यथा जब जांच में आरपंच अचीव ने अपना पक्ष रख चुके है तो उन्हें फिर से मौका देकर क्यों समय बर्बाद किया जा रहा है।सब मिली भगत है और जानबूझ कर अनावश्यक विलंब किया जा रहा है।
यह है पूरा मामला
लॉक डाउन के समय छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मजदूरों की वापसी और आर्थिक सहायता के लिए मनरेगा के काम कराये गए थे।ग्राम पंचायत जुनापारा में भी मनरेगा के तहत काम हुए थे ।किन्तु इसमे भ्रषचार की शिकायत करते हुए रामेश्वर पूरी गोस्वामी ने आरटीआई के तहत जानकारी निकलवा कर जनपद ,जिला और एसडीएम मकार्यालय में शिकायत की थी।एसडीएम द्वारा जांच के लिए सीईओ को निर्देशित किया गया था।जांच में गए जांच दल ने पाया कि मस्टररोल में उन व्यक्तियों के भी नाम है जो क्वारंटाइन सेंटर में थे।साथ ही जो बिलासपुर में हॉस्पिटल में काम कर रहे थे उनके भी नाम फ़र्ज़ी तरीके से भरा गया था। इस तरह शासन को हजारो का चूना लगाया गया है।इसके आधार पर जिला पँचायत ने रोजगार सहायक को बर्खास्त करने ,सचिव के लिम्बन सहित सरपंच के विरुध्द धारा 39 और 40 के तहत कार्यवाही करने का आदेश दिया था।