भ्रष्टाचार हुआ उजागर, शासकीय ज़मीन को पंच परमेश्वर ने कराया खुद के नाम!
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Posted by Mishra Ki Mirchi
मस्तूरी
सूरज सिंह
मस्तूरी-बिलासपुर जिले के मस्तूरी जनपद क्षेत्र के भुरकुंडा गांव में भ्रष्टाचार किये जाने का मामला सामने आया है।जिसमे शासकीय भूमि को राजस्व अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत के द्वारा निजी ज़मीन के रूप में दो अलग अलग लोगो के नाम राजस्व रिकॉर्ड में चढ़ा दिया गया है।इसकी जांच के लिए 5 सदस्यों की टीम बना दी गयी है।
भ्रष्टाचार की गढ़ कहे जाने वाले मस्तूरी में फिर एक बार राजस्व विभाग में बड़ा भ्रष्टाचार उजागर हुआ है ,जिसमे शासकीय अधिकारीयों ने मिलिभगत कर छ.ग.शासन को करोड़ो रूपये का चूना लगाया है ।मामला ग्राम पंचायत भुरकुंडा का है जहां खसरा नम्बर 488 की 9 एकड़ शासकीय जमीन को पटवारी और तहसीलदार ने गांव के ही किसानों से सांठगांठ कर दो लोगो के नाम पर चढ़ा कर निजी जमीन में परिवर्तित कर दिया है। जबकि उक्त खसरे की ज़मीन पूर्व में शासकीय घास भूमि के रूप में चिन्हांकित था।खसरा नंबर 488 की जमीन को अशोक पिता लखन लाल के नाम पर 6 एकड़ 15 डिसमिल और बंशी पिता नारायण के नाम पर 3 एकड़ जमीन के नाम से पर्ची जारी कर ऑनलाइन रिकार्ड में भी चढ़ा दिया गया है।
ग्राम भुरकुंडा निवाशी मोहना खसरा नंबर 488 पर सन 1990 से काबिज था जो की एक शासकीय भूमि दरसा रहा था ।लेकिन 2006 -07 में मोहना के नाम पर ऑनलाइन दिखाने लगा। मोहना के गुजर जाने के बाद 2011 – 12 में उसके पुत्र मंशा राम के नाम पर दरसाने लगा। फिर अचानक 2018 में बंशी और अशोक के नाम पर चढ़ा दिया गया है। अशोक पिता लखन ग्राम भुरकुंडा के ग्राम पंचायत में पंच पद पर है साथ ही उनकी पत्नी जनपद सदस्य क्षेत्र क्रमांक 20 से जनपद सदस्य है। जनप्रतिनिधि होने बावजूद भी इस तरह की काले धंधे में लिप्त है। इन पर कोई कार्यवाही करने को तैयार नही है ।आपको बता दे कि इस गांव के पास सीमेंट प्लांट खुलने वाला है जिस वजह से विभागीय अधिकारी मोटी रकम लेकर शासकीय जमीन को निजी जमीन में बदल रहे है।इससे पहले मस्तूरी तहसील सुर्खियों में थी जब छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी भदौरा जमीन घोटाला मामला आया था ,जहां तहसीलदारों के द्वारा मिल कर लगभग 100 एकड़ शासकीय जमीन को निजी नामो में चढ़ा दिया गया था ।आज फिर वही घोटाले की शाजिस रची गयी और 9 एकड़ जमीन का घोटाला कर भदौरा घोटाले की यादें ताजा कर दिया।
मोनिका वर्मा मिश्रा एस डी एम मस्तुरी ने मामले में संज्ञान लेते हुए बताया कि एक 5 सदस्यों की टीम बनाई जा रही है जो इस पूरे मामले की जांच करेगी और जो भी रिपोर्ट टीम के द्वारा मिलेगा उस आधार पर कार्यवाही की जायेगी