बिलासपुर
ब्यूरो –
खरगहनी में प्रस्तावित कोलवाशरी के विरोध में आज 8 ग्राम पंचायतों के हजारों लोग कलेक्ट्रेट पहुंचे और कोल् वाशरी खोले जाने के जमकर विरोध किया।शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारे लगाये और ज्ञापन सौंपा।लोगो ने बताया कि कोल् वाशरी के खोले जाने से सभी आठ पंचायतों में रहने वाले ग्राम वासियों और कृषि तथा पर्यावरण पर गंभीर विपरीत प्रभाव पड़ेगा।
तख़तपुर क्षेत्र के खरगहनी में प्रस्तावित महावीर कोलवाशरी के द्वारा स्थापित किये जाने वाले कोल् वाशरी का विरोध करने प्रबजवित होने वाले सभी आठ पंचायतों के हजारों ग्रामीण आज कलेक्टर कार्यलय पहुंचे और जमकर विरोध जताया साथ ही सभी पंचायतों के द्वारा पारित विरोध के प्रस्ताव के साथ ज्ञापन भी सौंपा। ज्ञापन में सभी आठ पंचायतो के सरपंचों ने मांग की है कि कोलवाशरी लगाए जाने का प्रस्ताव निरस्त करने की मांग की है।सौंपे गए ज्ञापन में बताया गया है कि कोलवाशरी के खुलने से आसपास के क्षेत्र में पर्यावरण को अपूरणीय क्षति होगी ।इससे मृदा का प्रदूषण,वायु प्रदुषण बढ़ेगा इससे से लोगो का स्वस्थ खराब होगा कृषि पर भी बुरा प्रभाव पड़ेगा।आसपास की सैकड़ो हजारों एकड़ कृषि भूमि बंजर होने की प्रबल संभावना है जैसा कि घुटकू क्षेत्र में देखा जा रहा है,जहाँ की उपजाऊ भूमि की उर्वरा शक्ती कोयले के डस्ट के कारण नष्ट हो गयी है।भारी वाहनों के आवागमन से सड़के खराब होने से दुर्घटनाएं बढ़ जाएंगी।आस पास के सभी पंचायतों में निवास करने वाले लोगो के स्वास्थ्य पर भी गंभीर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा विशेष कर आंख और श्वास के रोग आम जन जीवन का हिस्सा बन जायेगा।उपर्युक्त कारणों से कोलवासरी खुलने का विरोध किया जा रहा है।इसके लिए आज तखतपुर और कोटा विधानसभा के अंतर्गत खरगहनी, खरगहना, पथर्रा, खुरदुर, छेरकाबाँधा, भरारी, गोकुलपुर, पिपरतराई के सरपंचों ने ग्रामसभा में कोलवाशरी के विरोध में प्रस्ताव पारित कर कलेक्टर को सौंप दिया है।ज्ञातव्य है कि तख़तपुर और कोटा के बीच ग्राम खरगहनी में महावीर कोल् वाशरी द्वारा कोलवाशरी प्लांट लगाने के लिए पर्यवरण विभाग द्वारा 4 जुलाई और 11 जुलाई को जन सुनवाई रखा गया था।जन सुनवाई में प्रशासन को लोगो के भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। उस समय से लेकर आज तक लोगो और जनप्रतिनिधियों का विरोध प्रदर्शन जारी है ।इसी कड़ी में आज सभी आठ पंचायतों के ग्रामीण कलेक्ट्रेट पहुंचे थे।
जिला काँग्रेस कमेटी ग्रामीण के सचिव बिहारी सिंह टोडर ने कहा कि हम किसी भी शर्त में कोलवासरी खुलने नही देंगे, चाहे हमे कुछ भी करना पड़ जाए।कोल् वाशरी का विरोध हर स्तर पर किया जाएगा।प्रशासन यह अच्छी तरह जान ले कि उनकी हठधर्मिता का दुष्परिणाम हैम क्षेत्र की जनता को नही भुगतने देंगे।यहां की आबो हवा को खराब नही होने देंगे।आवश्यकता हुई तो न्यायालय का दरवाजा भी खटखटाने से गुरेज नहीं करेंगे।
दो दो जनसुनवाई में कड़ा विरोध और लिखित आपत्ति दर्ज कराने के बाद भी कोलवासरी की स्थापना के लिए प्रक्रिया आगे जारी है।इसके कारण आज हजारों की संख्या में ग्रामीणों ने बिलासपुर कलेक्टर कार्यालय आकर घेराव कर दिया ,और कलेक्टर बिलासपुर को कार्यालय के गेट के पास आकर सभी लोगो के सामने बात करने की मांग की। कलेक्टर के सामने नही आने पर लोग गेट के पास ही रोड में बैठ गए और चक्का जाम कर दिया, तब जाकर कलेक्टर की तरफ से सिटी मजिस्ट्रेड, और एडिशनल कलेक्टर ने ज्ञापन लिया ।लोगो ने कहा है कि एक सप्ताह के अंदर प्लांट लगना स्थगित नही होती है, तो अगले चरण में ग्रामीणों के साथ राष्ट्रीय मार्ग पर चक्का जाम किया जाएगा और उसके बाद भी नही रुकी तो हाईकोर्ट में पिटीशन दायर किया जाएगा। इस अवसर पर कांग्रेस, आम आदमी, राष्टवादी कांग्रेस पार्टी *गोंडवाना गणतंत्र पार्टी की पदाधिकारी,और हजारों की संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।