तख़तपुर
ब्यूरो –
एक नगर, 15 वार्ड ,18सौ से ऊपर पेंशन हितग्राही, एक भवन, एक काउंटर और दो कर्मचारी यह व्यवस्था है नगर पालिका तख़तपुर के द्वारा पेंशनधारी हितग्राहियों के सत्यापन के लिए। यह कि सत्यापन के लिए आदेश जारी करने वाली सीएमओ को ही नही पता कि किनका सत्यापन होना है और कितने लोगों का होना है।सत्यापन के लिए उम्रदराज महिला पुरुष से लेकर दिव्यांग और असहाय निराश्रित लोगो को कोरोना काल मे बिना गाइड लाइन का पालन किये बुलाया जा रहा है।उस पर यह कि मुख्य नगर पालिका अधिकारी सारा दोष हितग्राहियों के ऊपर ही मढ़ रही है।
नगर पालिका तख़तपुर में अव्यवस्था का आलम कैसा है? यह आज देखने को मिला,जब पूरे 15 वार्ड के पेंशन हितग्राहियों को एक साथ नगर के सांस्कृतिक भवन में सत्यापन के लिए बुला लिया गया।और लगभग डेढ़ हजार हितग्राही एक साथ पहुंच गए। इतने लोगो के लिए मात्र एक काउंटर बनाया गया था, जिसमे सत्यापन के लिए केवल एक कर्मचारी बैठा था।इसके कारण भीड़ लग गयी और परेशान होकर कर्मचारी भी कुछ समय के लिए काउंटर छोड़ कर चला गया।इसके कारण हितग्राही परेशान हो गए और सांस्कृतिक भवन में जिसे जहाँ जगह मिली वही बैठ गए ।वही नगर के जन प्रतिनिधि आक्रोशित होकर सारा दोष सीएमओ को देने लगे।जन प्रतिनिधियों का कहना था कि सीएमओ ने उनसे कोई सलाह नही लिया है और उनकी गलती के कारण आम जनता परेशान हो रही है साथ ही उनकी छवि भी खराब हो रही है।
कोरोना काल मे बुजुर्गों को बुलाकर लगाया भीड़
पूरे विश्व मे अभी कोरोना महामारी भयावह रुप से फैला हुआ है ।इससे ज्यादातर बुजुर्ग प्रभावित हो रहे है और कोरोना उनके लिए जानलेवा हो सकता है।ऐसी स्थिति में भी नगर पालिका की सीएमओ बिना किसी व्यवस्था और कोरोना गाइड लाइन के पालन के बुजुर्गों और दिव्यांग लोगो को सांस्कृतिक भवन बुलाकर सत्यापन करा रही है। उसके बाद भी सारा दोष आम जनता के सिर पर मढ़ रही है।आज सांस्कृतिक भवन में सत्यापन कराने आने वालों में अधिकांश बुजुर्ग महिला पुरुष ही थे,जिनके लिए कोरोना होना जानलेवा हो सकता है। लेकिन मैडम को इसकी क्या परवाह। उन्हें तो जैसे तैसे काम पूरा करना है।कोई परेशान हो ,बीमार पड़ जाए या किसी की छवि धूमिल हो जाये उनकी बला से।
जिसे जहाँ जगह मिली बैठ गए
सांस्कृतिक भवन में सत्यापन के लिए लगाए गए शिविर में 60 साल से 80-90 साल तक के बुजुर्ग भी अपना सत्यापन कराने पहुंचे थे।लेजिन नगर पालिका के द्वारा उनकी उम्र और स्वास्थ्य की स्थिति को देखते हुए किसी प्रकार की कोई व्यवस्था नही की गई थी।न बैठने की व्यवस्था न पीने के लिए पानी की व्यवस्था थी।भीड़ के कारण बुजुर्ग लोग खड़े खड़े थक गए तो जिन्हें जहाँ जगह मिली वहीं पर बैठ गए।कोई स्टेज की सीढ़ियों पर बैठ गया, तो कोई नीचे फर्श पर ही बैठ गए।के तो परेशान होकर बाहर भी निकल गए और बिना सत्यापन कराये अपने घर चले गए।
इतने पेंशन हितग्राही है नगर में
नगर पालिका के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नगर पालिका के 15 वार्डो में अलग अलग योजनाओं में कुल 1835 पेंशन हितग्राही है,जिनका सत्यापन होना है।
दिव्यांग पेंशन | 62 |
वृद्धा पेंशन | 468 |
विधवा पेंशन | 432 |
मुख्य मंत्री पेंशन योजना | 59 |
सामाजिक सुरक्षा योजना | 843 |
सुखद सहारा योजना | 30 |
सीधा सवाल
प्रश्न – कितने हितग्राहियों का सत्यापन होना है?
जवाब -(पहले कॉल पर यह जानकारी दी कि जिन्होंने पेेेशन के लिए आवेदन किया है और जिन्हें पेंशन नही मिल रहा है, उनका सत्यापन होना है ।)
दूसरे कॉल (फिर कॉल करके बताया कि)
अभी जिन्हें पेंशन मिल रहा है,उनका सत्यापन होना है। हमारे यहां जो 1400 के आस पास हितग्राही है उनकी जीविता आदि का सत्यापन होना है और कल से वार्ड – वार्ड जाकर सत्यापन किया जाएगा।
प्रश्न – लेकिन कोरोना काल मे भी भीड़ लग रही है।आमजनता परेशान हो जाये तब आप वार्डो में सत्यापन करेंगी ।
जवाब – जनता का क्या है वह तो छोटी छोटी बातों में भीड़ लगा लेती है ।अब वार्डो में जाकर करायेंगे।दो तीन दिन बाद तीन तीन वार्डो को मिलाकर शिविर लगा लेंगे।
प्रश्न – चार महीने पहले का आदेश है। अब जाकर सत्यापन कराया जा रहा है। जहां चार महीने देरी हुई है। वहाँ दो चार दिन बाद कर लेते और वार्डो में ही करा लेते।
जवाब – देखिए हमे शुरुआत करनी थी और भीड़ लगने का अंदाजा नहीं था।सोचा था कि सांस्कृतिक भवन काफी बड़ी जगह है परेशानी नही होगी।अब लोग भीड़ लगा लेते हैं और अव्यवस्था फैलाते है, तो क्या कर सकते हैं।
प्रश्न – आप अव्यवस्था के लिए लोगो दोषी नही ठहरा सकती है। सांस्कृतिक भवन बड़ा जरूर है लेकिन एक ही काउंटर लगा है और एक ही कर्मचारी है।
जवाब – हमारे पास कर्मचारी की कमी है।अभी एक व्यक्ति देख रहा है। मेरा पहले हो जाये के चक्कर मे अव्यवस्था होती है।लोगो मे धैर्य नही है। वार्डो में भी यही स्थिति रह सकती है।
प्रश्न– 15 वार्ड के लिए एक काउंटर है और वार्डो में कराने से हर तीन वार्ड के लिए एक काउंटर रहेगा।तो अव्यवस्था कम होगी।उसके लिए कर्मचारी मिल जाएंगे।
जवाब केवल आधार कार्ड का सत्यापन होना है, जो हो जाएगा।कल से वार्डो में होगा।
जनप्रतिनिधियों को नहीँ लिया विश्वास में
पेंशन के सत्यापन के लिए जन प्रतिनिधियों को भी विश्वास में नही लिया गया है।
अध्यक्ष पुष्पा मुन्ना श्रीवास से सत्यापन शिविर के बारे पूछने पर उनका कहना था कि इसके बारे में सीएमओ मैडम ही बता पाएंगी।आप उन्ही से पूछिये जिन्होंने इसके लिए आदेश जारी किया था।
नेता प्रतिपक्ष ईश्वर देवांगन का कहना है कि
सत्यापन का आदेश चार महीने पहले का आया है।शासन का रिमाइंडर आने पर काम कराया जा रहा है।अभी कोरोना काल चल रहा है नगर और आस पास मरीज भी मिल रहे हैं ऐसे में भीड़ लगाकर सत्यापन कराना ।शासन के निर्देशों का सरासर उल्लंघन है।पहले जब सत्यापन होता था तो वार्डवार या दो तीन वार्डो को मिलाकर होता था।लेकिन सीएमओ मैडम ने यहाँ के अनुभवी पार्षदों और जनप्रतिनिधियों से सलाह मशविरा करना उचित नही समझा ।इसके कारण आज यह भीड़ और अव्यवस्था है।