तख़तपुर
ब्यूरो –
सरकार अपने वादों से मुकर रही है।यही कारण है कि किसान धान बेचने के लिए परेशान है।बेरोजगारों के साथ तो सरकार ने दगा ही किया है।2500 रुपये बेरोजगारी भत्ते कब से देंगे पता नही।वही संविदा या अनियमित कर्मचारियों के साथ भी छल कर रही है।इसलिए बाध्य होकर आज हमारे ग्राम सचिव और रोजगार सहायक आंदोलन को मजबूर हो गए हैं।सरकार को बेरोजगारों का शोषण बंद कर उन्हें नियमित भर्ती कर सारी सुविधाएं देकर और अपने चुनावी वादे को निभाना चाहिए।यह बातें महिला आयोग की सलाहकार हर्षिता पांडेय ने आज सचिवों के आंदोलन पंडाल में सबोधित करते हुए कही।

उन्होंने आगे कहा कि शासन की योजना जन्म मृत्यु या विवाह पंजीयन हो चाहे नरवा,गरूवा, घुरवा, बारी हो या पेंशन और अन्य योजना सारी योजनाओ को धरातल पर अमली जामा पहनाने का कार्य हमारे पंचायत सचिव ही करते है।राज्य सरकार ने संविदा कर्मियों को नियमित करने का वादा अपने चुनावी जन घोषणा पत्र में भी किया था लेकिन किसी संविदा कर्मियों को नियमितीकरण नही किया गया है। हम इस मंच के माध्यम से पंचायत सचिवों को शासकीय कर्मचारी घोषित करने की मांग करते हैं।

26 दिसंबर से ग्राम सचिवों के काम बन्द कलम बन्द की घोषणा के साथ शुरू हुए अनिश्चित कालीन आंदोलन को समर्थन देने आज भाजपा नेत्री श्रीमती हर्षिता पांडेय अपने समर्थकों के साथ पहुची। इस अवसर पर श्रीमती हर्षिता पांडेय ने उपरोक्त उद्गार व्यक्त किये। पूर्व जनपद अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रदीप कौशिक ने कहा कि – सचिव संघ का शासकीयकरण की मांग जायज है। वर्षों तक सेवा करने के बाद सेवा निवृत्ति पर पेंशन ग्रेच्युटी नही मिलना इनका शोषण है। अतः प्रदेश सरकार पंचायत सचिवों की एक सूत्रिय मांग को पूर्ण करे। इस अवसर पर जनपद सदस्य प्रकाश पाटले, अजय यादव, सरपंच जगत राम साहू, महामंत्री नैन लाल साहू, पार्षद कोमल सिंह, नरेंद्र रात्रे, काशी देवांगन,संदीप साहू, विश्वनाथ यादव, विष्णु द्विवेदी पंचायत सचिव संघ के अध्यक्ष राम लाल सिंगरौल, दिनेश साहू, सुखनंदन सिंगरौल, कृष्ण कुमार कौशिक श्रीमती शोभमा दूबे, श्रीमती अन्नु साहू, सुलक्षणा दिवाकर सहित काफी संख्या में सचिव रोजगार सहायक उपस्थित रहे।