मुंगेली
महेश कश्यप
सट्टा जुआ की खबर लगाने से पुलिस को झटका लगा कि ख़बर लगाने वाले पत्रकारो को ही नोटिस भेज दिया।और अपने सूत्र और साक्ष्य बताने का फरमान जारी कर दिया।निर्भीक पत्रकारो को पुलिस की यह हरकत पसंद नही आई और आज एकजुट होकर थाने के सामने प्रदर्शन किया।इसके बाद पुलिस प्रशासन ने पत्रकारों के साथ बैठक कर ऐसे पत्राचार की पुनरावृत्ति नही होने का आश्वासन दिया।

मामला मुंगेली का है,जहाँ दो अलग अलग न्यूज़ संस्थानों के लिए काम करने वाले पत्रकारो को सिटी कोतवाली मुंगेली से नोटिस जारी किया गया था।यह नोटिस दोनो पत्रकारो को पुलिस के नाक के नीचे सट्टा और जुए का कारोबार होने की खबर चलाने के लिए जारी किया गया था।यह खबर चलना पुलिस को इतना नागवार गुजरा की खबर की सच्चाई और उसमें दिखाए गए लोगो की जांच करने के बजाय सीधे पत्रकारो को ही थाने का बुलावा भेज दिया।नोटिस में कहा गया कि आप अपने सूत्र और साक्ष्य थाने आकर प्रमाणित करें। नोटिस मिलते ही पत्रकार जगत में आक्रोश फैल गया और जिले के पत्रकार थाने के सामने इकट्ठे होकर काली पट्टी के साथ विरोध प्रदर्शन करने लगे।इस घटना को कलम के सिपाहियों को डराने और दबाने का प्रयास बताया।घंटो प्रदर्शन के बाद पुलिस नियंत्रण कक्ष में आला अधिकारियों और प्रेस क्लब के पदाधिकारियों की बैठक हुई ।बैठक में प्रेस क्लब ने ज्ञापन सौंपकर इस घटना को निंदनीय बताते इसकी पुनरावृत्ति नही होने और जारी नोटिस वापस लेने की मांग रखी।इस पर अधिकारियों ने इस तरह की घटना फिर से नही होने का आश्वासन दिया।इस तरह मामले और पत्रकारो दोनो को शांत कराया गया।