लव जेहाद का है एंगल?आदिवासी समाज ने लगाया विवाह आवेदन पर आपत्ति।

आदिवासी समाज की लड़की का फर्जी नाम और पता देकर शादी करने किया आवेदन।

कहीं धर्मांतरण और लव जेहाद का न हो मामला।

आदिवासी समाज इस मामले को लेकर उग्र आंदोलन की ओर अग्रसर ।

मुंगेली

नीलकमल ठाकुर – मुंगेली जिले में एक आदिवासी लड़की का फर्जी नाम पता दर्ज कराकर धर्मांतरण करने और लव जेहाद मामला सामने आया है।यद्यपि आदिवासी समाज की सक्रियता और जागरूकता के कारण मामला पहले ही उजागर हो गया और आदिवासी समाज ने इस पर मुंगेली जिले के कलेक्टर और विवाह अधिकारी के यहां आपत्ति दर्ज कराई है।इसमे आदिवासी लड़की का नाम पता फर्जी होना और बहला फुसलाकर लड़किशादी के लिए राजी करने का आरोप लगाया है।

आदिवासी गोंड़ महासभा के जिला पदाधिकारियों कार्यालय कलेक्टर और विवाह अधिकारी में एक विवाह आवेदन पर आपत्ति दर्ज कराई है,और मामले में जांच कराने की मांग की है।आवेदन में पदाधिकारियों ने नईमुद्दीन उम्र 23 वर्ष निवासी महामाई वार्ड मुंगेली द्वारा विशेष विवाह अधिनियम के तहत दिए गए आवेदन पर अपनी आपत्ति दर्ज कराई है।नईमुद्दीन ने अपने स्वयं और आदिवासी लड़की तनु ध्रुव पिता गणेश ध्रुव निवासी नांदघाट के पंजीकृत विवाह के लिए आवेदन किया था।जब दैनिक समाचार पत्र में आपत्ति के लिए विज्ञापन आया तो आदिवासी समाज के पदाधिकारियों ने विज्ञापन में लड़की के उल्लिखित पते पर जाकर लडकी और उसके घर वालों से बात की तो पता चला उक्त नाम या सरनेम से कोई लडकी नांदघाट में है ही नहीं ।नांदघाट में मात्र एक ही आदिवासी परिवार है ,जिनका न ही सरनेम इस लडकी से मिलता न ही नाम। आदिवासी समाज ने़ ज्ञापन के माध्यम से कलेक्टर से उचित जाँचकर कार्यवाही के लिए माँग की हैं,और कहा है कि ये आदिवासी समाज की लडकी को बरगला कर विवाह करनें का प्रयास है, क्योंकी जो पता प्रशासन को दिया गया है वो गलत है। वही आदिवासी समाज के प्रमुखों के द्वारा पता भी किया है। इस नाम और पते में कोई लडकी नह़ी है ।वैसे भी हमारे आदिवासी समाज की सभ्यता संस्कृति उक्त लडके के धर्म से बिल्कुल ही अलग है ।प्रथम दृष्टया ऐसा लग रहा की लडकाविवाह कर राजनैतिक लाभ लेनें का प्रयास कर रहा है ,अगर प्रशासन नें तुरंत उचित कदम नहीं उठाया तो आदिवासी समाज आ़दोलन के लिए मजबुर होगा।ये घटना कहीं ना कहीं मुंगेली जिले के शांत वातावरण म़े जहर घोलनें का काम करेगा प्रशासन को चाहिए की जल्द से जल्द उचित कदम उठाकर आदिवासी समाज को न्याय दिलाये।

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