बिलासपुर
ब्यूरो – खयाल गायकी के लिए विख्यात शास्त्रीय संगीत गुरु पंडित जसराज का 90 वर्ष की उम्र में निधन हो गया है।उन्होंने अमेरिका के न्यू जर्सी में अपने निवास स्थान में अंतिम सांस ली ।आज 5 बजकर 15 मिनट पर उन्हें दिलनक दौरा पड़ा जिससे उनका निधन हुआ।

पंडित जसराज मेवाती घराने के ख्याल गायकी के पुरोधा थे ।जसराज ने संगीत दुनिया में 80 वर्ष से अधिक बिताए ।उन्हें संगीत क्षेत्र के कई प्रमुख पुरस्कार प्राप्त हुए।भारत सरकार ने उन्हें पद्म भूषण और पद्मविभूषण से भी सम्मानित किया है।उन्होंने शास्त्रीय और अर्ध-शास्त्रीय गायकी के कई एल्बम और फिल्म साउंडट्रैक बनाया है। जसराज ने भारत, कनाडा और अमेरिका में संगीत सिखाया है। उनके कुछ शिष्य नामी संगीतकार भी बने हैं।अंतरराष्ट्रीय खगोलीय संघ (IAU) ने 11 नवंबर, 2006 को खोजे गए हीन ग्रह 2006 VP32 (संख्या -300128) को पंडित जसराज के सम्मान में ‘पंडितजसराज’ नाम दिया था।उनकी अंतिम प्रस्तुति हनुमान जयंती के अवसर पर वाराणसी के संकटमोचन हनुमान मंदिर के लिए फेसबुक लाइव के जरिये हुई थी।