रायपुर
ब्यूरो– छत्तीसगढ़ शासन के संचालनालयों और मंत्रालयों में कार्य करने वाले अधिकारियों- कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण का डर सताने लगा है।इसका कारण उन्हें लाने ले जाने वाली बसों में सोशल डिस्टेंस का पालन नही होना और भीड़ अधिक होना है। इसके लिए विभागाध्यक्ष शासकीय कर्मचारी संघ द्वारा अतिरिक्त बसें चलाये जाने और ऑफिस में एक तिहाई कर्मचारियों को ही बुलाये जाने की मांग की गई है।
नया रायपुर मंत्रालय और संचालनालय में कार्य करने वाले विभागाध्यक्षो और कर्मचारियों को कोरोना संक्रमण का डर सताने लगा है।रायपुर में बढ़ती कोरोना संक्रमितों की संख्या को देखते हुए यह डर होना स्वाभाविक भी है।कर्मचारियों में यह डर शासन की तरफ से दी जा रही व्यवस्था के कारण उत्पन्न हुआ है।शासन द्वारा पुराने रायपुर से लाने ले जाने वाली बसों की संख्या एक चौथाई कर दी गयी है,जबकि कर्मचारियों की संख्या लगभग वही है।इससे बसों में भीड़ हो रही है जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है ।बसों में भीड़ इतनी रहती है कि कई शासकीय कर्मियों को भीड़ भरे बस में खड़े खड़े ही आना जाना पड़ रहा है।इस समस्या को लेकर छत्तीसगढ़ संचनालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष डॉ.जितेंद्र सिंह ठाकुर एवं संरक्षक सी.एल. शर्मा ने बताया कि सोशल डिस्टेंस के पालन नहीं होने से कर्मचारियों में काफी नाराजगी है। दिनों दिन कोरोना के संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए और इस तरह से बसों में भीड़ भाड़ और सोशल डिस्टेंस पालन नहीं होने से कोरेना संक्रमित होने का भय बना हुआ है । संगठन द्वारा शासन से पर्याप्त बसें संचालन करने की मांग की गई है । मांग करने वालों में संघ के डॉ जितेंद्र ठाकुर, सी.एल. शर्मा, नवीन अग्रवाल, राजेश वरकड़े, जयंत यादव, पुरुषोत्तम पमनानी, पी. आर. ठाकुर, रजनीश शर्मा, राकेश साहू , अखिलेश बारीक, मंजू कुजुर, अल्पना दाऊ, गौरी छूरा, करण अटरिया आदि पदाधिकारी ने की है।
संचालनालय में ही उड़ रही शासन के आदेश की धज्जियां
छत्तीसगढ़ शासन ने कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए शासकीय कार्यालयों में सुविधा अनुसार एक तिहाई कर्मियोंं को कोही बुलाए जाने का आदेश दीया है किंतु सरकार के इस आदेश की धज्जियां स्वयं उसके संचालनालय में उड़ाई जा रही है। संचालनालय आर्थिक एवं सांख्यिकी और संचनालय स्वास्थ्य सेवाएं में शासन के आदेश एक तिहाई ड्यूटी लगाने का पालन नहीं किया जा रहा है । इन कार्यालयों में यहां कार्यरत सभी कर्मचारियों को बुलाया जा रहा है। इससे कार्यालयों में भी सोशल डिस्टेंस का पालन नहीं हो रहा है और कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ रहा है इस पर शासन को ध्यान देकर अपने आदेशों का पालन सुनिश्चित करना चाहिए।