मोहल्ला क्लास, लाउडस्पीकर पढ़ाई बन्द करने, कोरोना डयूटी मे लगे शिक्षकों के लिए मांगा सुरक्षा संसाधनो के साथ 50लाख का बीमा।

बिलासपुर

ब्यूरो- छत्तीसगढ़ व्याख्यता संघ के पदाधिकारियों ने लॉक डाउन के दौरान लाउडस्पीकर से पढ़ाई और मोहल्ला स्कूल के माध्यम से पढ़ाई को बंद करने तथा कोरोना रोकथाम में लगाये गए शिक्षकों के लिए 50 लाख बीमा कवर देने के साथ कोरोना के सारे सुरक्षा संसाधन उपलब्ध कराने की मांग की है।

छत्तीसगढ़ व्याख्याता संघ के प्रांतीय अध्यक्ष राकेश शर्मा ,प्रवक्ता जितेंद्र शुक्ला और महामंत्री राजीव वर्मा गोवर्धन झा ने विज्ञप्ति जारी कर विभाग और सरकार से वर्तमान में कोरोना संक्रमण के दौरान बच्चों को शिक्षा से जोड़ने के लिए ऑनलाइन क्लास प्रारंभ किया था। लेकिन यह निर्धन वर्ग के छात्रों के लिए बहुत महंगा और खर्चीला साबित हुआ,जिसके कारण बहुत कम छात्र ही जुड़ पा रहे थे। इसलिए सरकार ने अब मोहल्ला स्कूल लाउडस्पीकर के माध्यम से जोड़ने के लिए शिक्षकों को कहा। परंतु शिक्षकों ने इससे हो रही परेशानी पर विरोध दर्ज कराया है ।संघ ने कहा है कि इस प्रक्रिया में कोरोना का संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ गया है। इसका ताजा उदाहरण बेमेतरा के एक शिक्षक की जहां मृत्यु हो गई है वहीं मध्यप्रदेश में भी 15 शिक्षक इसके चपेट में आ गए हैं ।संघ का कहना है कि शासन केंद्र के गाइडलाइन का पालन करते हुए वर्तमान में शिक्षकों को स्कूलों तक भेजना और मोहल्ले में जाकर स्कूल संचालित करने को स्थगित करे ।साथ ही पढ़ाई के लिए सबसे अच्छा विकल्प दिल्ली सरकार की तर्ज पर वर्कशीट देकर शिक्षकों से मोबाइल फोन पर समस्या निराकरण करने या अन्य विकल्प दूरदर्शन में प्रसारित होने वाले चैनलों और रेडियो प्रसारण के माध्यम से करें इसके लिए विधिवत समय सारणी जारी करें, जिससे छात्र कक्षा बार लाभान्वित ले सकें। इस माध्यम का प्रयोग करने से बच्चों को जहां मोबाइल का खर्च बचेगा वही आसानी से सभी शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे ।अभी की स्थिति में कोरोना संक्रमण और प्रतिदिन बढ़ते जा रहा है। लगातार यदि लोगों के संपर्क में रहे तो यह संक्रमण फैलने की और ज्यादा गुंजाइश रहेगी। सरकार ने भी कहा है कि आमने-सामने की बैठक कक्षा संचालन स्पष्ट रूप से बंद रखें और इस सभी का मकसद है इस संक्रमण को फैलने से रोकना है। इसके साथ ही रायपुर में शिक्षकों को कांट्रैक्ट ट्रेसिंग में ड्यूटी लगाई गई है जिसमें भौतिक रूप से उपस्थित होकर उनके घरों के साथ बाथरूम बेडरूम का फोटो लेने को कहा गया है,जो सर्वथा गलत है।इसके लिए ज्यादा से ज्यादा डिजिटल माध्यम का ही सहारा लेना चाहिए। लोगों को स्वयं उनके घरों से फोटो सेंड करने के लिए कहां जाना चाहिए। यदि शिक्षक घर घर जाकर इस तरह का कार्य करेंगे तो संक्रमण से वे स्वयं ग्रसित होंगे साथ ही उनके परिवार के सदस्यों पर भी यह संक्रमण फैलने की संभावना रहेगी ।इसलिए व्याख्याता संघ ने मांग किया है कि सरकार शिक्षकों को कांटेक्ट ट्रेसिंग में यदि लगा रही है,तो उसके लिए सुरक्षा के पर्याप्त उपाय किए जाएं। जिसमें उन्हें कीट मास्क सैनिटाइजर गलब्स उपलब्ध कराएं साथ ही शिक्षकों की 50 लाख का बीमा भी कराएं। साथ ही कोरोना ड्यूटी से 55 साल से उपर मधुमेह श्वास की बीमारी और हाईपर टेंशन के रोगियों को भारत सरकार के गाइड लाइन के अनुरूप छूट दी जाये ।शासन प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराते हुए तत्काल पहल की मांग छत्तीसगढ़ व्याख्याता संघ के प्रांताध्यक्ष राकेश शर्मा प्रवक्ता जितेंद्र शुक्ला महामंत्री राजीव वर्मा गोवर्धन झा प्रांतीय सचिव सुरेश अवस्थी प्रहलाद नगरिया कोषाध्यक्ष टी आर वर्मा एम सी राय सहित संघ के अन्य नेताओ ने की है।

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