तख़तपुर
गोविंद सिंगरौल- लकड़ी तस्करी के लिए कुख्यात बांधा गाँव मे आज वन विभाग ने फिर से छापामार कार्यवाही की है।इस कार्यवाही में तख़तपुर पुलिस के जुनापारा चौकी सहित कोटा ,रतनपुर, चकरभाठा और पुलिस लाइन बिलासपुर की पुलिस फ़ोर्स भी सहयोग रहा।लाखो की इमारती लकड़ी और बढ़ाई कार्य का औजार की जब्ती करते हुए तीन लोगों के विरुद्ध वन सुरक्षा के विभिन्न अधिनियमो के तहत कार्यवाही की गयीं है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार वन मंडलाधिकारी को मुखबिर से सूचना मिली कि तख़तपुर क्षेत्र के बांधा गाँव मे जंगल के इमारती लकड़ी का अवैध धंधा और तस्करी की जाती है।मुंहबीर कि सूचना पर वन मंडलाधिकारी ने टीम बनाकर बांधा में छापामार कार्यवाही करने का निर्देश दिया।उच्चाधिकारी के निर्देश पर वन अधिकारियों और कर्मियों ने टीम बनाकर पुलिस विभाग के साथ मिलकर कर संयुक्त रूप से छापामार कर गाँव के तीन घरों से अवैध रूप से रखे गये लाखो रुपये मूल्य के इमारती लकड़ी और फर्नीचर बनाने और लकड़ी कटाई के औजार जब्त किए। सुनित राठौर पिता श्यामलाल राठौर स्किन बांधा ,कोमल राठौर पिता स्व. मनीराम राठौर, सुदर्शन राठौर पिता दुखी राम के घर से क्रमशः 200 नाग चिरान लगभग 1.1 घन मीटर, 92 नग लगभग 0.326 घन मीटर और 9 नग लगभग 0.068 घनमीटर कुल 1.494 घनमीटर लकड़ी कीमत लाख रुपये से अधिक जब्त किया गया है।तीनो के विरुद्ध भारतीय वन अधिनियम 1927 की धारा 33 और काष्ठ चिरान अधिनियम 1984 के तहत कार्यवाही कर अपराध पंजीबद्ध किया गया है।आज की कार्यवाही में वन मंडलाधिकारी कुमार निशांत,उप वन मंडलाधिकारी विवेक चौरसिया,डी एन त्रिपाठी,सुनील कुमार बच्चन, चूणामणि, सहित टाइगर रिज़र्व का स्टाफ, तख़तपुर तहसीलदार और अलग अलग थानो की पुलिस शामिल थे।

आरोपी हुए फरार
आज की वन विभाग की कार्यवाही की भनक लगते ही तीनो आरोपी अपने घर से फरार हो गए ।उनकी अनुपस्थिति में ही घर मे छापामार कर सामग्री जब्त की गई है।

महीने भर में दूसरी बार बड़ी कार्यवाही
एक महीने के अंदर बांधा गाँव मे यह दूसरी बार है जब वन विभाग के अफसरों ने छापामार कार्यवाही की है।इसके पूर्व की गई कार्यवाही में बांधा सरपंच सहित 13 लोगो पर कार्यवाही की गई थी।उस दिन भी बड़ी मात्रा में इमारती लकड़ी जब्त किए गए थे।