मस्तूरी
सूरज सिंह- ग्राम पंचायतों में सरपंचों की मनमानी लगातार जारी है।यदि वे राशन दुकान का संचालन कर रहे हो तो नागरिकों के लिए दोहरी मुसीबत है।ग्राम पंचायत राहटाटोर के सरपंच की ऐसी ही मनमानी से तंग ग्रामीणों ने उसकी शिकायत एसडीएम से की है।

ग्राम पंचायत रहटाटोर सरपंच की मनमानी थमने का नाम नहीं ले रहा है। कई बार ग्रामीणों के बोलने के बाद भी लापरवाही किया जा रहा है, जिसके कारण ग्रामीणों को तय रेट से अधिक में राशन सामान का खरीदना पड़ रहा है ।यह पूरा मामला तब सामने आया जब गांव के लोगों ने परेशान होकर मस्तूरी अनुविभागीय अधिकारी को लिखित में शिकायत पत्र सौंपा, जिसमें ग्रामीणों ने बताया है कि ग्राम पंचायत रहटाटोर की शासकीय उचित मूल्य की दुकान आईडी क्रमांक 402002129 का संचालन ग्राम पंचायत के सरपंच धर्मेंद्र कुमार टंडन के द्वारा किया जा रहा है ।सरपंच के द्वारा विगत मई और जून माह का मिट्टी तेल का रेट ₹17 हो गया है जिसे ₹40 प्रति मीटर की दर से गांव के समस्त हितग्राहियों को बांटा गया है ।हितग्राहियों के द्वारा विरोध करने पर बोलता है कि रेट वहीं से बनकर आया है। जबकि ग्राम पंचायत के नजदीक गांव में मिट्टी तेल ₹17 प्रति लीटर में दिया गया है ।इसी प्रकार की गड़बड़ी मई माह में चावल वितरण में भी किया गया है ।कईयों को राशन कार्ड में अतिरिक्त अप्रैल मई-जून का केंद्र सरकार द्वारा दिये जाने वाला अतिरिक्त चावल,दाल,चना मिला ही नही है। प्रवासियो को मिलने वाला राशन भी सरपंच खुद डकार जा रहा है बात यही खत्म नही होती शक्कर को तय रेट से ज्यादा में बेच रहा है। लगभग ₹20 प्रति किलो सभी नागरिकों को बेच रहा है, जिस पर सभी ग्रामीणों ने मस्तूरी अनुविभागीय अधिकारी से निवेदन किया है कि जांच कर उचित मूल्य दुकान के संचालक के ऊपर उचित कार्यवाही किया जाए ।जिससे ग्रामीणों को उनके हक का सामान राशन मिल सके ग्रामवासी सरपंच के हरकत से इतने तंग आ चुके हैं कि उन्हें मजबूरी में अनुविभागीय अधिकारी के पास आकर शिकायत करना पड़ा ।शिकायत करने वालों में जगन्नाथ मीराबाई पंच राघिन पंच शतरूपा बाई पंच सती बाई खरे पंच मोहन पंच कुमारी पंच छोटेलाल पंच इंद्र कुमार विजय राधेश्याम गंगा प्रसाद कमलेश साधु राम संतोष सरजू कृष्णा अश्वनी आदि ग्रामीणों ने शिकायत किया है जिसके लिए मस्तूरी अनुविभागीय अधिकारी के द्वारा जल्द से जल्द जांच करा कर उचित कार्यवाही करने का भरोसा दिलाया गया है हालांकि इसमें अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हो पाया है। शिकायत हुए लगभग एक महीना हो चुका है पर ग्रामीणों को विश्वास है कि अनुविभागीय अधिकारी के द्वारा इस पर संज्ञान लेते हुए उचित कार्यवाही की जाएगी जिसके आस में ग्रामीण इंतजार कर रहे हैं।
