बिलासपुर
ब्यूरो- मेड़पार में एक साथ 45 गायों की मौत के बाद बीजेपी ने प्रदेश शासन पर तंज कसना शुरू कर दिया है।बीजेपी के नेताओ ने बयान जारी कर पूछना शुरू कर दिया है कि ‘कइसे गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’।

मेड़पार में हुई 45 गायों की मौत ने बीजेपी को कांग्रेस पर हमला करने का अवसर दे दिया है। उसके नेता अब मुखर होकर प्रदेश सरकार पर कटाक्ष करना शुरू कर दिए है।भजयुमो बिलासपुर जिले सदस्य रोशन सिंह ने बयान जारी करते हुए कहा है कि छत्तीसगढ़ सरकार नरवा, गरवा,घुरवा,बारी की योजना चला रही है 2500 गौठान बनाने का दावा कर रही है गोबरधन न्याय योजना चला रही है वही ये हृदय विदारक घटना आपके थोथी प्रचार नीति और जमीन पर दिख रहे कार्य का सबूत है ,मेड़पार में 50 गाय की मौत,का जिम्मेदार कौन है ? गाँव मे कांजी हाउस या गौठान नहीं होने के कारण ग्राम पंचायत भवन के छोटे कमरे में 120 गायों को रखना बताया जा रहा है। घटना के बाद प्राप्त जानकारी के मुताबिक शासन से उचित सहयोग न मिलने के कारण सरपंच और सचिव ने लापरवाही पूर्वक ग्राम पंचायत के पुराने जर्जर भवन में इन्हें रखा था। ग्राम पंचायत के एक स्थानीय निवासी ने बताया कि उनके 3 मवेशियों को भी एक दिन पहले यहीं रखा गया है। तीनों मवेशी की मौत हो चुकी है। सुबह-सुबह गायों के मरने की खबर के बाद इलाके में आक्रोश है। सरकार की कथनी और करनी का अंतर दिख रहा है ।
सरकार अब अपना पल्ला झाड़ने के लिए सरपंच एवं गांव वालों को दोषी बनाकर अपने आप को मुक्ति दिलाएंगे,लेकिन सच्चाई यह है की वर्तमान सरकार के जो भी योजनाएं हैं वह सिर्फ कागज पर है दिखावे के लिए बड़े अधिकारी कुछ भी बोले की दोषियों पर कार्रवाई होगा लेकिन इसका असली गुनाहगार वर्तमान सरकार है जो किसी भी योजना को लागू तो कर देती है लेकिन उसका सही रूप से क्रियान्वयन करने के लिए ना उनके जनप्रतिनिधि उस जगह में जाते हैं ना उसका सही रूप से संचालन करवा पा रहे हैं ऐसे में पूरे छत्तीसगढ़ एवं बिलासपुर संभाग के जनता अपने आप को ठगा महसूस कर रहा है।
