बिलासपुर
ब्यूरो- छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा लिया जाने वाला 10वीं 12वीं के 2020 की परीक्षा के बचे हुए पेपर की परीक्षा को रद्द कर दिया गया है इस आशय का आदेश जारी करते हुए शिक्षा विभाग ने बचे हुए पेपर में विद्यार्थियों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर अंक दिए जाने की बात कही है।
कोरोना के कारण जारी लॉक डाउन के कारण हाईस्कूल और हायर सेकेंडरी परीक्षा 2030 के बच्चे हुए विषयों के पेपर अब नहीं होंगे माध्यमिक शिक्षा मंडल ने आदेश जारी करते बचे हुए विषय में आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर नंबर दिए जाने का निर्देश दिया है।
ज्ञातव्य है कि हाई स्कूल हायर सेकेंडरी परीक्षा 2020 की परीक्षायें 1 मार्च से शुरू हुआ था जो 31 मार्च तक चलना था किंतु बीच में कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए 23 मार्च से लॉक डाउन घोषित कर दिया गया है इसके कारण बचे हुए विषयों की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई थी।लॉक डाउन 1 के बाद 4 मई से परीक्षाओं की संशोधित समय सारिणी जारी किया गया था, किन्तु लॉक डाउन 2 और उसके बाद लॉक डाउन 3 और अब आगामी लॉक डाउन 4 को देखते हुए बचे हुए विषयो की परीक्षा रद्द करते हुए आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर नंबर दिये जाने का निर्देश दिया है।यदि कोई विद्यार्थी आंतरिक नंबरो के आधार पर विषय मे अनुत्तीर्ण हो रहा हो तो उसे कृपांक देकर पास किया जाएगा।
किसको होगा लाभ या हानि ?
इस निर्णय से उन बच्चों को निश्चित ही लाभ होगा जिनकी तैयारी ठीक से नही हो पाई थी या बचे हुए विषयों में कठीनाई होता हो।लेकिन जिन विद्यार्थियों की तैयारी पूरी थी और आंतरिक मूल्यांकन में किसी कारण से अच्छे नंबर नही आये हो उन्हें इस निर्णय से निराशा हुई स्वाभाविक है।वैसे इस निर्णय से दसवीं के हिंदी माध्यम के विद्यार्थियों को उतना प्रभाव नही पड़ेगा क्योंकि उनकी केवल हिंदी विषय की ही परीक्षा बची थी। वहीं बारहवीं विज्ञान और वाणिज्य संकाय के विद्यार्थियों को भी इस निर्णय से कोई प्रभाव नही पड़ेगा क्योंकि उनके सभी विषय की परीक्षाएं पूर्व में ही ली जा चुकी है।वही कला विषय वालो के भूगोल विषय की परीक्षा बाकी थी।इसलिए बारहवीं में व्यावसायिक पाठ्यक्रम वालो की परीक्षाएं को ही ज्यादा प्रभाव पड़ने वाला है।