मस्तूरी
सूरज सिंह- छत्तीसगढ़ शासन अपने आप को किसानों की हितैषी और किसानों की सरकार बता रही है। किंतु छत्तीसगढ़ में शासन के सख्त निर्देश देने के बावजूद भी अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही से किसानों का धान टोकन कटने के बाद भी नहीं खरीदा जा सका है ।मस्तूरी क्षेत्र के ओखर धान खरीदी केंद्र में 139 किसानों का 4636 क्विंटल धान टोकन कटने के बाद ही नहीं खरीदा जा सका है इससे किसान परेशान हैं।

बिलासपुर जिले के मस्तूरी क्षेत्र के अधिकांश धान खरीदी केंद्रों के किसान टोकन कटने के बावजूद भी धान खरीदी नहीं होने के कारण परेशान हैं और अधिकारियों के चक्कर काटने को मजबूर हो रहे हैं पिछले दिनों MKM ने मस्तूरी क्षेत्र के ही ग्राम हरदी के 93 किसानों की खबर प्रकाशित किया था।इसी तरह ग्राम ओखर में धान खरीदी केंद्र में 139 किसानों का धान टोकन कटने के बाद भी अब तक खरीदी नही हुआ है ।139 किसानो की 4636 क्विटल धान आज भी मंडी में पड़ा खराब हो रहा है।सभी किसानों को 5 फरवरी से 19 फरवरी तक का टोकन दिया गया था लेकिन धान का खरीदी नही किया ,और 20 फरवरी का टोकन की दिया गया संस्था प्रबंधक और कम्प्यूटर ऑपरेटर की लापरवाही की वजह से किसानों का धान खरीदी नही किया जा सका।

धान नही खरीदी होने से अन्नदाताओं को बड़ी समस्या हो रही है।किसान फसल उगाने के लिए किसान क्रेडिट कार्ड से लोन लेता है और दिन रात मेहनत कर के फसल उगाता है लेकिन जब धान बेचने के समय उनका धान नही खरीदा जाता। इसी कमाई से किसानों की साल भर तक कि गुजर बसर होता है। लेकिन इस बार उन्हें मायूसी हासिल हुई है उनका धान खरीदी नही हुई है।यद्यपि शासन ने सभी किसानों का एक दाना खरीदने का आश्वासन दिया है।
