तख़तपुर
ब्यूरो- तख़तपुर के पुराना थाना भवन में देर रात अज्ञात कारणों से लगी आग से भवन के अंदर रखे पुराने दस्तावेज और मालखाने में रखा सारा सामान जलकर राख हो गया।आग पर दमकल के द्वारा डेढ़ से दो घंटे में काबू पाया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तखतपुर के वार्ड क्रमांक दो में नगर पालिका कार्यालय के बगल में स्थित पुराना थाना भवन में सोमवार की रात ढाई से तीन बजे के बीच अचानकआग लग गयी।लोगो के गहरी नींद में होने के कारण किसी को पता नही चला।सुबह तीन बजे के आस पास टहलने और फूल तोड़ने वाले लोगो ने देखा कि थाना भवन के अंदर से आग की लपटें उठ रही है।इसकी सूचना थाना प्रभारी पारस पटेल को ततकाल दी गयी ।आग की खबर पंर पुलिस टीम पुराना थाना भवन पहुंची और आग बुझाने का प्रयास किया साथ ही अग्निशमन वाहन के लिए बिलासपुर भी सूचना दी गयी।दमकल आने के बाद आग पर आधे से एक घंटे में काबू पाया गया।लेकिन तब तक थाना भवन में रखा हुआ हर सामान जलकर राख हो चुका था।
आग लगी या लगाई गई?
इतनी गहरी रात में थाना भवन में।लगी आग के विषय मे लोग चर्चा कर रहे हैं कि आखिर थाना भवन में आग किन कारणों से लगी।यह आग किसी शार्ट सर्किट से लगी या किसी शरारती या नशे के आदि व्यक्ति ने आग लगा दी?इसका जवाब अभी मिलना बाकी है। आज लगी आग में किसी शरारती तत्व की भूमिका से इनकार नही किया जा सकता है।
थाना तख़तपुर की भी है लापरवाही!
इस भवन और इसमे रखे सामान के जल जाने के प्रति स्वयं तख़तपुर पुलिस थाना भी जिम्मेदार है।नए थाना भवन में स्थानांतरित होने के बाद पुलिस ने यहाँ भवन के अंदर और बाहर रखे सामानों की सुरक्षा के प्रति घोर लापरवाही बरती है।यहां जब्ती में रखे गये वाहन और अन्य चीजें जो बाहर रखी हुई थी,उनसे कबाड़ियों और नशेड़ियों के साथ साथ मोटर मैकेनिकों ने भी अपने काम की चीजें निकालकर ले गए ।कबाड़ उठाने वालों को आज तक भी कबाड़ के लिए थाने के पास देखा गया है।न केवल थाने के बाहर रखे सामानों की सुरक्षा में लापरवाही हुई बल्कि थाना भवन के अंदर रखे सामानों की भी सुरक्षा नही की गई।नशेड़ी खिड़की और ग्रिल के दरवाजे में रास्ते बनाकर अंदर रखे नशे के सामानों शराब, आदि से अपनी तलब मिटाते रहे। जब पुलिस को लगा कि पुरानी शराब को पीकर कोई मर न जाये तो कुछ शराब को अनुमति लेकर चकरभाठा थाने ले जाकर डिस्पोजल कराया था लेकिन जिनकी अनुमति नही।मिली थी वह अभी भी यही रखा हुआ था और नशेड़ी उसका फायदा उठा रहे थे।इसी तरह आस पास के बच्चे थाने में रखे फटाकों को निकाल कर घर ले गए थे ।इन सारी बातों की जानकारी तख़तपुर पुलिस को समय समय पर दी जाती रही।है।मगर तख़तपुर थाना स्टाफ ने इसकी सुरक्षा के प्रति कोई ध्यान नहीं दिया।