अवैध डामर प्लांट में फंसे तीन बेजुबान, पत्रकारों की सक्रियता से बची जान!

तखतपुर

ब्यूरो

तखतपुर-तखतपुर क्षेत्र के ग्राम पंचायत ढनढन के पास अवैध रूप से स्थापित डामर प्लांट में संचालकों और मैनेजर की लापरवाही के कारण तीन बेजुबाजन जानवर फंस गए थे।जिन्हें क्षेत्र में लॉक डाउन की खबर बनाने गए पत्रकारों ने देखा प्लांट में काम करने वाले कर्मचारियों की मदद से निकाला गया। मौके से क्षेत्र के आला अधिकारियों को सूचना दी गयी,जो डेढ़ से दो घंटे बाद पहुंचे।

ग्राम पंचायत ढनढन में संचालित अवैध डामर प्लांट में संचालकों की लगातार लापरवाही तो उजागर हो ही रहा है।प्रशासनिक अधिकारियों का उदासीन रवैया भी स्पष्ट हो गया है।जो क्षेत्र में इतने समय से संचालित अवैध डामर प्लांट के संचालक का नाम तक नही जान रहे है।आज इसी डामर प्लांट में डामर टैंकर के बीच गिरे हुए डामर में एक बैल, एक बछिया और एक बछड़ा फंस गए थे,जो किसी भी तरह से निलकलने में सक्षम नही थे।क्षेत्र में लॉक डाउन की रिपोर्टिंग के लिए निकले दो पत्रकारो ने डामर प्लांट के मिक्सिंग प्लांट में चढ़े हुए जानवरो को देख कर उनका फ़ोटो वीडियो बनाने के लिए रुके और डामर प्लांट में घुसे तो उन्हें यह तीनों बेजुबान डामर में बुरी तरह फंसे हुए दिखाई दिए।जानवरो के डामर में फंसे होने की जानकारी प्लांट में काम करने आये मजदूरों और रखवालो को देकर उन्हें तीनो जानवरो को निकालने के लिए कहा गया।गौवंशियो को उनके निकालते तक क्षेत्र के तहसीलदार और एसडीएम को अवैध डामर प्लांट के संचालन तथा गायों के फंसने की सूचना दी गयी।साथ ही क्षेत्र में कार्य करने वाले हिन्दु युवा मंच और गौ सेवा समिति तखतपुर की टीम को भी सूचित किया गया। लगभग एक घंटे की मशक्कत के बाद तीनो को बाहर निकाला जा सका ।तब तक गौरक्षक टीम भी पहुँच गए जिन्होंने गायों के ऊपर लगे हुए डामर को डीजल और पेट्रोल से धोकर निकाला। दो घंटे के बाद खाना पूर्ति करने के लिए प्रशासन की ओर से नायब तहसीलदर पहुंची जिन्होंने डामर प्लांट के अवैध होने की स्पष्ट जानकारी देने के बाद भी जांच का हवाला दे दिया।

क्षेत्र में कई वर्षों से संचालित इस डामर प्लांट को लेकर ग्रामीणों ने कई बार शिकायत किया है और पूर्व में भी इस डामर प्लांट में गाय के मर जाने पर एफआईआर दर्ज हुआ था । साथ ही कई गाय और बैल गिरकर घायल हो चुके हैं।लेकिन लगातार शिकायतों और दुर्घटनाओ के बाद भी इस डामर प्लांट को प्रशासनिक अधिकारियों का अभयदान मिला हुआ है।यही कारण है कि क्षेत्र में इतने वर्षो से संचालित इस बड़े डामर प्लांट के संचालक का नाम तक अधिकारियों को पता नही है।लगातार शिकायतो के बाद भी इसके विषय मे क्षेत्र के अधिकारियों की उदासीनता प्रशासनिक मिलीभगत को उजागर करता है। यह बात ग्राम के सरपंच सहित पूर्व सरपंच के प्रतिनिधि और ग्रामीण जन भी कह रहे है।

ब्लॉक कांग्रेस कमिटी के पूर्व अध्यक्ष शिवबालक कौशिक ने कहा

ग्राम पंचायत ढनढन के पूर्व सरपंच के प्रतिनिधि और क्षेत्र के कुर्मी समाज के अध्यक्ष शिवबालक कौशिक ने बताया कि प्लांट पाँच साल से ऊपर से संचालित हो रहा है।मेरे पास एनओसी के लिए आये थे लेकिन हमारे ग्राम पंचायत द्वारा कोई भी एनओसी जारी नही किया गया है।साथ ही बताया कि इसके पूर्व उनके चाचा की गाय इसी प्लांट में गिरकर मार गयी थी जिसका एफआईआर भी दर्ज हुआ था।मगर ऊपर से नीचे तक मिलीभगत होने के कारण कुछ नहीं हुआ और आज घटना की पुनरावृत्ति हो गयी है।

सरपंच उमेश ध्रुव ने कहा कि

डामर प्लांट के बारे में पूर्व में ग्रामीणों द्वारा शिकायत की गयी थी मगर आज तक कुछ नही हुआ है।मैं अभी निर्वाचित हुए हूँ और लगातार इसकी शिकायत करता रहूंगा।साथ ही डामर प्लांट के संचालकोंको सुरक्षा के प्रबंध करने के लिए कहा जायेगा।

नायब तहसीलदार नीलिमा अग्रवाल ने कहा कि

डामर प्लांट में गाय के फसने की सूचना मिली थी जिसे लोगो की मदद से निकाल कर रेस्क्यू किया गया है।तथा उपचार किया गया।डामर प्लांट संचालक के बारे में पताकर नोटिस जारी किया जाएगा और सारे कागजात दिखाने कहा जायेगा।

हिन्दू युवा मंच के कार्यकर्ता कोमल ठाकुर का कहना है कि

पहले भी इस डामर प्लांट में गौ माताओ को अकाल मौत मिली है।आज भी तीन गायें डामर में बुरी तरह फंस गई थी और उनके शरीर पर डामर चिपक गया था ।जिसे डीजल पेट्रोल की सहायता से निकाला गया है।सुरक्षा के प्रबंध नही है इसलिए इस डामर प्लांट के विरुद्ध अगर प्रशासनिक कार्यवाही नही होती है तो आंदोलन किया जाएगा।

इस अवसर पर शिवबालक कौशिक ,कोमल सिंह ठाकुर, अजय यादव,संजय निर्मलकर, आशीष जयसवाल, डाकेश कश्यप ,रिंकू निर्मलकर ,आयुष यादव ,अमन देवांगन, प्रकाश देवांगन ,सुनील कौशिक आदि उपस्थित रहे।

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