रामायण और महाभारत के पुनः प्रसारण का लोगों ने किया स्वागत

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  • Posted by Mishra Ki Mirchi

तखतपुर

ब्यूरो

तखतपुर-

कोरोना के कारण 21 दिन के लॉक डाउन  की घोषणा के बाद आम जन की  मांग पर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने अपने समय के सर्वाधिक लोकप्रिय धारावाहिकों रामायण और महाभारत का पुनः प्रसारण करने की घोषणा की थी। आज से प्रसारण भी शुरू भी हो गया ।जिसका लोगो ने स्वागत करते हुए सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है।

सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने लोगो की मांग पर 21 दिन।के लॉक डाउन समय मे रामायण और महाभारत का आज से पुनः प्रसारण शुरू कर दिया है।यह दोनों धारावाहिक दूरदर्शन के अलग अलग   चैनलो पंर प्रसारित किए जा रहे है।रामायण का प्रसारण डीडी नेशनल पंर सुबह 9 से 10 बजे और रात 9 से 10 बजे किया जा रहा है।वहीं महाभारत का प्रसारण  डीडी भारती पंर दोपहर 12 बजे और शाम 7 बजे प्रसारित किया जा रहा है। इस निर्णय के लिए लोगो की सकारात्मक प्रतिक्रिया दी

जिला पंचायत सदस्य जितेंद पांडेय का कहना है इस विषम परिस्थिति में  रामायण और महाभारत के पुनः प्रसारण का निर्णय निश्चिय ही स्वागत योग्य है।इससे नाइ पीढ़ी को अपने धर्म  और संस्कृति की जानकारी होगी और  उनमें नए संस्कार जागेंगे।साथ ही पुराने लोगो को अपने बीते हुए सुखद  दिन याद आएंगे।

वार्ड 7 के पार्षद ईश्वर देवांगन का कहना है अपनी परम्परा और संस्कृति को भुलाकर पाश्चात्य संस्कृति को अपनाने के कारण कोरोना जैसी महामारी की पीड़ा झेल रहे देश  वासियो के लिए रामायण एवं महाभारत केवल मनोरंजन का साधन मात्र नही है। अपितु इस धारावाहिक के माध्यम से वर्तमान  एवं आनेवाली पीढ़ी को भारतीय संस्कृति, रहन सहन, अचार विचार की मौलिकता से परिचित कराने में मील का पत्थर साबित होगा, हमारे जीवन में आध्यत्म का पुनः प्रस्फुटन होगा जिसे सारी दुनिया मे सनातन धर्म की अलग पहचान बनी हुई है।

वार्ड 1 के पार्षद  कोमल ठाकुर का कहना है दूरदर्शन के नेशनल और भारती चैनल पर रामायण और महाभारत प्रसारित किया जाने से जो लोगों घर से बाहर कुछ लोग घूम रहे थे ऐसे लोग घर में रहेंगे और साथ ही घरों में राम राज्य की स्थापना होगी सनातन संस्कृति जीवन जीने की कला है जिसे लोग सीखेंगे और जैसे कि कोरोना वायरस जैसे महामारी हाथ मिलाने जैसे परंपराओं से दूर हटकर अपने मूल परंपरा नमस्कार पर सीखेंगे क्योंकि रामायण में भी सिखाया जाता है इससे समाज संगठित होगा और लोगों के घर से नहीं निकलने पर हम कोरोना से जीत हासिल जरूर करेंगे ।

पूर्व पार्षद घनश्याम शिवहरे का कहना है केन्द्र सरकार का यह निर्णय काबिले तारीफ है कि रामायण और महाभारत का प्रसारण मंत्रालय ने किया।यह  लाकडाउन में भी सहायक हो रहा है और नये युवाओं को भी अपने धर्म की जानकारी होगी अन्यथा आज की युवा पीढ़ी तो मोबाइल गेम में ही अपना समय बर्बाद कर रहे हैं।कोरोना को भगाने में हमारे ग्रंथ ही मील का पत्थर साबित होंगे।

जुगल किशोर पांडेय का कहना है केंद्र सरकार का यह निर्णय बहुत ही सराहनीय है पहले पूरा रोड उक्त कार्यक्रम को देखने में खाली हो जाता था और आज इस विषम परिस्थिति में इसे पुनः प्रसारण किया जा रहा है तो लॉक डाउन में लोगों को इसका लाभ मिलेगा खासकर नई पीढ़ी के युवा लोगों को उक्त दोनों प्रसारण से लाभ होगा नई पीढ़ी के बहुत से लोगों को रामायण एवं महाभारत के पात्रों का इसकी जानकारी नहीं है इसलिए उक्त दोनों कार्यक्रम के प्रसारण से वर्तमान की नई पीढ़ी को हमारे सनातन धर्म ग्रंथों की जानकारी प्राप्त होगी ऐसी उम्मीद है ।नई पीढ़ी के युवा पीढ़ी को मोबाइल से हटाकर दूरदर्शन चैनल में  होने वाले उक्त दोनों कार्यक्रम में जोड़ना आवश्यक है। 

विवेक पांडेय का कहना है केन्द्र सरकार का यह निर्णय बहुत ही सराहनीय और स्वागतेय है l वर्तमान में समाज में जिस तरह की शिक्षा की व्यवस्था है और आज जिस तरह से लोग पाश्चात्य सभ्यता की ओर तेजी से जा रहे हैं ऐसे समय में हमारे देश और धर्म के गौरवशाली इतिहास के बारे में तथा हम हिंदू धर्म के लोगों को अपने देवी देवताओ के द्वारा समाज को दी गई सीख नयी पीढी को जानना अत्यंत ही आवश्यक है l

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