बिलासपुर
ब्यूरो
बिलासपुर- कोविड-19 के लॉक डाउन के कारण सर्व सेन समाज ने लॉक डाउन के रहते तक क्षौर कर्म का काम रोकने का निर्णय लिया है।साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार से इसके कारण समाज को होने वाली आर्थिक क्षति की प्रतिपूर्ति के लिए सहायता करने की मांग भी की है।

देश व्यापी लॉक डाउन में बरती जाने वाली सावधानी के तहत।छत्तीसगढ़ प्रांत सर्व सेन नाई समाज के प्रांतीय अध्यक्ष त्रिलोक श्रीवास, बिलासपुर ने छत्तीसगढ़ राज्य के सभी सैलून व्यवसायियों एवं गांव में गवाई का कार्य करने वाले स्वजातीय जनों से केंद्र एवं राज्य सरकार के निर्देशानुसार आगामी आदेश तक क्षौर कर्म का कार्य पूर्ण रूप से बंद करने का निर्देश दिया है। इस बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए समाज के प्रदेश संरक्षक एवं बिलासपुर संभाग के अध्यक्ष मुन्ना श्रीवास तखतपुर ने बताया कि पूरे विश्व में फैली हुई महामारी करोना के कारण केंद्र एवं राज्य सरकार ने 14 अप्रैल तक संपूर्ण लॉक डाउन के आदेश दिए हैं।इसी तारतम्य में छत्तीसगढ़ प्रांत सर्व सेन समाज के प्रांतीय अध्यक्ष श्री त्रिलोक श्रीवास ने समाज के पूरे छत्तीसगढ़ प्रांत के अंतर्गत सैलून व्यवसाय एवं गांव में गवई कार्य करने वाले समस्त सजातीय जनों से क्षौर कर्म 14 अप्रैल 2020 या आगामी आदेश तक पूर्ण रूप से बंद करने का निर्णय लिया है।

मुन्ना श्रीवास् ने बताया कि यदि किसी ग्राम में सेन समाज के लोगों से जबरदस्ती क्षौरकर्म का कार्य करने हेतु दबाव डाला जाता है तो सामाजिक जन प्रदेश कार्यालय एवं जिला अध्यक्ष से जानकारी देकर सहायता प्राप्त कर सकते हैं ।सर्वज्ञात है कि कोरोना वायरस संक्रमण आपसी संपर्क से होता है और क्षौरकर्म कार्य आपसी संपर्क के बिना संभव नही है।इसे संपादित करने से सामाजिक जनों को संक्रमित होने का खतरा है।इसलिए यह कार्य पूर्ण रुप से बंद रखे जाने के निर्देश दिए गए हैं ।साथ ही प्रांत अध्यक्ष एवं समस्त पदाधिकारियों ,संभाग अध्यक्ष जिला अध्यक्षों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री माननीय भूपेश बघेल से सेन समाज के इस कार्य से जुड़े लोगों को उनके दैनिक गुजारा भत्ता के लिए आर्थिक अनुदान की घोषणा की मांग की है। ताकि सेन समाज के उक्त कार्य करने वाले परिवारों के समक्ष रोजी-रोटी का संकट खड़ा न होने पाए।यह जानकारी छत्तीसगढ़ प्रांत सर्व सेन समाज के प्रांतीय संरक्षक एवं संभागीय अध्यक्ष बिलासपुर मुन्ना श्रीवास के द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से दिया गया हैl