जिला व्यापार और उद्योग विभाग कर रहा युवाओं को गुमराह, शासन की योजनाओं से युवा हो रहे वंचित!

मुंगेली

ब्यूरो

भाजपा नेत्री ने मुंगेली जिले में स्वरोजगार के लिए आने वालें बेरोजगारों को रोजगार के अवसर नही मिलने को लेकर छत्तीसगढ़ के कैबिनेट मिनिस्टर से शिकायत कर मुंगेली जिले में स्वरोजगार के अधिक से अधिक अवसर उपलब्ध कराने की मांग रखी है।उन्होंने शिकायत करते हुए बताया है कि युवा बेरोजगारों को शासन की योजनाओं का लाभ नही मिल पा रहा है।उन्होंने उद्योग एवम वाणिज्य मंत्री से जिला उद्योग एवं व्यापार केंद्र पर युवाओं को रोजगार देने के बजाय गुमराह करनें का गंभीर आरोप लगाया है।


भाजपा नेत्री रत्नावली कौशल ने वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम तथा मुंगेली जिले के प्रभारी मंत्री लखन लाल देवांगन से मुलाकात कर मुंगेली जिले से जुड़े कई अहम मसलों पर विस्तृत चर्चा की। उन्होंने जिला उद्योग एवं व्यापार केंद्र द्वारा जरूरतमंद हितग्राहियों को योजनाओं का लाभ देने केनबाजय उन्हे गुमराह करने और तरह तरह के दांव पेंच सामने रखकर बेरोजगार युवाओं को केंद्र एवं छत्तीसगढ़ शासन की योजनाओं का लाभ लेने से वंचित करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने बताया कि अधिकारियों के इस रवैए से शासन के प्रति आमजनमानस में गलत संदेश जा रहा है। रत्नावली कौशल ने अपने समक्ष कई युवाओं द्वारा की गई शिकायत का हवाला भी विभागीय मंत्री श्री देवांगन को दिया। इसके अलावा सुश्री कौशल ने विभिन्न विभागों द्वारा रोजगारपरक योजनाओं के प्रकरण स्वीकृत न किए जाने की भी शिकायत की। बताया कि ज्यादातर आदिम जाति कल्याण विभाग की शिकायतें सामने आ रही हैं। मुंगेली जिले में निवासरत सतनामी समुदाय के बेरोजगार युवाओं के प्रकरण तकनीकी खामियां बताकर रोक दिए जाते हैं,आवेदकों को यह भी नहीं समझाया जाता कि इन तथाकथित खामियों को कैसे दूर किया जा सकता है। इसके चलते युवा निराश और मानसिक अवसाद से ग्रस्त होते जा रहे हैं। उन्होंने युवाओं को गुमराह करने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही का आग्रह करते हुए सूची भी सौंपी है। इसके साथ ही रत्नावली कौशल ने मुंगेली जिले में लघु एवं मध्यम उद्योगों और कुटीर उद्योगों की स्थापना की भी मांग रखी। उन्होंने बताया कि स्व सहायता समूहों से जुड़ी महिलाओं को प्रशिक्षण दिलाकर मसाले, अगरबत्ती, मोमबत्ती, घरेलू सजावट की सामग्री, चूड़ियां, गारमेंट, बटेर पालन, मुर्गा मुर्गी पालन, मत्स्य पालन, फूड प्रोडक्ट, मिल्क प्रोडक्ट आदि उद्योग व्यवसाय के लिए प्रोत्साहित किए जाने की जरूरत है। रत्नावली कौशल ने कहा कि मुंगेली जिले की ज्यादातर महिलाएं गृहिणी और कृषि मजदूरी करती हैं। कृषि मजदूरी के समय के बाद शेष पूरे समय वे घरों में बेरोजगार बैठी रहती हैं। इन महिलाओं की प्रतिभा के अनुरूप उन्हें उद्योग व्यवसाय से जोड़ा जाता है, तो वे विकसित छत्तीसगढ़ के निर्माण में बड़ा योगदान तो देंगी ही, अपने घर परिवार के संचालन में भी बेहतर ढंग से योगदान दे सकेंगी। ये महिलाएं आत्मनिर्भर भारत के लिए अच्छा उदाहरण भी पेश कर सकेंगी। मंत्री लखन लाल देवांगन ने रत्नावली कौशल की मांग व सुझावों पर हर संभव सहायता करने का भरोसा दिलाया। इसके अलावा मंत्री ने रोजगार परक सरकारी योजनाओं को हितग्राहियों तक पहुंचाने में कोताही बरतने वाले अधिकारीयों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की बात भी कही।

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