विद्यार्थियों को वितरित किये गए सूखा राशन सामग्री।

मस्तूरी

सूरज सिंह –

राज्य सरकार के आदेश अनुसार ग्राम पंचायत में सरपंच बाबूलाल यादव और चिल्हाटी संकुल प्रभारी पुरुषोत्तम लहरें की उपस्थिति में मिडिल स्कूल के सभी बच्चों को राशन सामग्री वितरण किया गया। राशन समान को इलेक्ट्रॉनिक कांटे से सरपंच व संकुल प्रभारी ने तौल कर बच्चों को वितरण किया। इस अवसर पर सरपंच बाबूलाल यादव ने बताया कि यह बहुत अच्छी पहल हैं। महामारी के संक्रमण काल में शालाओं के बंद रहने की अवधि 11 अगस्त 2020 से 31 अक्टूबर 2020 तक में बच्चों को खाद्य सुरक्षा भत्ता के रूप में 63 दिवस के लिए सुखा राशन वितरण करना हैं। शासन स्कूल शिक्षा विभाग ने लेटर जारी कर आदेशित किया हैं कि भारत सरकार मानव संसाधन विकास मंत्रालय स्कूल शिक्षा विभाग नई दिल्ली द्वारा निर्देश दिया गया है। उक्त आदेश में 30 सितंबर 2020 तक शालाओं को बंद रखने जाने का निर्देश दिया गया है ।अतः खाद्य सुरक्षा भत्ता के रूप में बच्चों को सूखा चावल एवं कुकिंग कास्ट की राशि से अन्य आवश्यक खाद्य सामग्री दाल तेल सूखी सब्जियां इत्यादि वितरित किया जाना है। मध्यान्ह भोजन योजना के गाइडलाइन के अनुसार कक्षा पहली से आठवीं तक के उन बच्चों को जिनका नाम शासकीय शाला अनुदान प्राप्त अशासकीय शाला अथवा मदरसा मकतबा में दर्ज है मध्यान भोजन दिया जाना है। 11 अगस्त 2020 से 31 अक्टूबर दिवस के लिए सुखा राशन सामग्री का वितरण सुविधानुसार शाला में घर-घर पहुंचा किया जाना है ।वितरण के दौरान बच्चों के सामाजिक दूरी बनाए रखना है राशन वितरण में बच्चों को चावल दाल एवं तेल की मात्रा भारत सरकार द्वारा तय की गई है, जिसके अनुसार वितरण करना हैं। सुखा राशन प्रत्येक शाला में बच्चों को वितरित होने वाले सामग्रियों की गुणवत्ता एवं मात्रा को सुनिश्चित करने हेतु सामग्री वितरण के लिए जिला स्तर पर कार्य योजना तैयार कि गई हैं,जिससे इसकी सूक्ष्म मॉनिटरिंग की जा सके । सामग्री वितरण हेतु प्रति छात्र शासन द्वारा निर्धारित कुकिंग कास्ट की प्रदाय किया जाना है। सूखा राशन वितरण हेतु निर्धारित खाद्य सामग्री एवं उसकी मात्रा निम्नानुसार है चावल 9 किलो 450 ग्राम, दाल 1 किलो 890 ग्राम, अचार 750 ग्राम,सोयाबीन बड़ी 945 ग्राम, तेल 500 ग्राम,नमक 600 ग्राम शालाओं हेतु चावल पूर्व की तरह ही उचित मूल्य की दुकान के माध्यम से प्रदान किया जाएगा ।वितरण कार्य पूर्ण होने के तत्काल पश्चात लाभार्थियों की जानकारी मध्यान भोजन योजना के वेबसाइट पर अप्लोड करना हैं।

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