बिलासपुर
ब्यूरो-आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने आज प्रेसवार्ता कर टर्म लोन की ईएमआई पर पुनः तीन महीने का मोरिटोरियम बढ़ाया है। बैंक के रेपो रेट में 40 बेसिस पॉइंट की कटौती करते हुए 4.40से 4 प्रतिशत करने का एलान किया वही रिवर्स रिपो रेट में कोई परिवर्तन नही किया गया है।गवर्नर ने यह भी स्वीकार किया है कि जीडीपी की वृद्धि नकारात्मक हो सकती है।

देशभर में जारी लॉक डाउन के कारण कमजोर हो रही आर्थिक स्थितियों को संभालने के लिए केंद्र सरकार ने 20 लाख करोड़ का राहत पैकेज देने के बाद,अब केंद्रीय बैंक ने भी बैंकों को राहत पहुंचाने के लिए कदम उठाए है। यह तीसरी बार है जब केंद्रीय बैंक ने राहत भरी घोषणाएं की है।आज अरबीआई के गवर्नर शक्तिकांत दस ने राहत के उपायों को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस किया ।इससे पहले उन्होंने 17 अप्रैल और 27 मार्च को कोरोना संकट को लेकर राहत के उपायों की घोषणा की थी। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने बताया कि रेपो रेट 4.4% से घटकर 4% रहेगा, रिवर्स रेपो रेट घटकर 3.35% हुई।कोरोना वायरस की वजह से अर्थव्यवस्था को बड़ा नुकसान हुआ है।MPC ने रेपो रेट में कटौती करने का फैसला किया है।आरबीआई ने बैंकों के लोन मोराटोरियम को 3 महीने के लिए बढ़ा दिया है और अब इसकी अवधि 31 अगस्त तक कर दी गई है. यानी ग्राहकों को तीन महीने के लिए अपने लोन की ईएमआई और टालने की सुविधा मिल गई हैं। 2021 में विकास दर नकारात्मक रहने की संभावना है उन्होंने कहा कि 2020-21 (1 अप्रैल से) में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 9.2 बिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई है।भारत का विदेशी मुद्रा भंडार अभी तक (15मई तक) 487 बिलियन डॉलर है। कोर इंडस्ट्रीज के आउटपुट में 6.5% की कमी हुई है और मैन्युफेक्चरिंग में 21 फीसदी की गिरावट हुई है. मार्च में औद्योगिक उत्पादन में 17% की कमी दर्ज की गई है।मांग और उत्पादन में कमी आई है।अप्रैल महीने में निर्यात में 60.3 % की कमी आई है। आरबीआई गवर्नर दास ने कहा कि कोविड-19 के प्रकोप के बीच आर्थिक गतिविधियों में सुस्ती के कारण सरकार का राजस्व बुरी तरह प्रभावित हुआ है।मुद्रास्फीति की स्थिति बेहद अनिश्चित है।दालों की कीमतों में भारी बढ़ोतरी चिंताजनक है तथा आयात शुल्क की समीक्षा की जरूरत है।आने वाले समय में देश में महंगाई को कम बनाए रखना एक चुनौती होगी.