बिलासपुर
ब्यूरो-(दिल्ली)कच्चे तेल के गिरते मूल्य का लाभ उठाने के लिए केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल के उत्पाद शुल्क में क्रमशः 10 और 13 रुपये की बढ़ोत्तरी कर दी है।लेकिन खुदरा मूल्य और आमजनता पर इसका कोई प्रभाव नही पड़ेगा।अलबत्ता गिरते मूल्य का लाभ उपभोक्ताओं तक नही पहुंचेगा।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के मूल्य में लगातार गिरावट को देखते हुए केंद्र सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में क्रमशः 10 और 13 रुपये की बढ़ोतरी कर दी है।इसके कारण आम उपभोक्ता कच्चे तेल में आई कमी का लाभ पाने से वंचित रह जाएंगे।यद्यपि इससे पेट्रोल डीजल के खुदरा मूल्य में कोई वृद्धि नही होगी,और आम उपभोक्ता की जेब मे अभी कोई अतिरिक्त बोझ नही पड़ेगा ।तथापि केंद्र सरकार को इससे 1लाख 75 हजार करोड़ का मुनाफा होने की उम्मीद है।केंदीय अप्रत्यक्ष कर व सीमा शुल्क बोर्ड ने अधिसूचना जारी करते हुए पेट्रोल व डीजल में अतिरिक्त उत्पाद शुल्क पर 8 रुपये प्रति लीटर वृद्धि की है ।इसके साथ ही विशेष अतिरिक्त उत्पाद शुल्क में भी पेट्रोल पंर 2 रुपये और डीजल पर 5 रुपये की वृद्धि की है।इस तरह उत्पाद शुल्क में 10 और 13 रुपये की वृद्धि हुई है।इसके पहले मार्च 2020 में भी केंद्र ने इन दोनों उत्पादों पर 3 रुपये का विशेष उत्पाद शुल्क लगाया था।
कच्चे तेल की गिरती कीमत का लाभ भारत की आम जनता तक नही पहुंचा है।160 डॉलर प्रति बैरल में खरीदने वाली तेल कंपनिया आज 20 डॉलर से भी कम में कच्चे तेल खरीद रही है। अंतराष्ट्रीय बाज़ार भाव की दुहाई देकर पेट्रोल डीजल के मूल्य में वृद्धि करने वाली कंपनिया काम कीमत का लाभ आम जनता तक नही पहुंचने दे रही है।इसके पीछे राजस्व की वृद्धि की मंशा तो है ही कच्चे तेल की कीमत में उछाल की स्थिति में पेट्रोल डीजल के मूल्य में कई जाने वाली वृद्धि से होने वाले बवाल से बचना भी एक कारण हो सकता है।अभी आम जनता 70 से 75 रुपये के मूल्य पर संतोष कर चुकी है और से अंतराष्ट्रीय बाजार मूल्य में हो रही घट बढ़ से ज्यादा मतलब भी नही है।तो सरकार आने वाले समय का झमेला क्यों पाले? जबकि इससे उसका खजाना भी भर रहा है।वैसे पेट्रो उत्पादों के उत्पाद शुल्क में एकमुश्त इतनी वृद्धि कभी नही हुई है।शायद कोरोना के कारण हुए राजस्व के नुकसान और खाली हुए खजाने को फिर से भरने का अच्छा अवसर है।आमजनता के लिये राहत की बात यही है कि अभी तो इस वृद्धि के कारण उसे कोई अतिरिक्त बोझ नही पड़ने जा रहा है।