कौहाबांधा में सोमवार को लगाया जाएगा कोरोना जांच कैम्प।

मुंगेली

ब्यूरो

मुंगेली जिले के लोरमी जनपद अंतर्गत ग्राम पंचायत तेलियापुरान के आश्रित ग्राम कौहाबांधा में 15 कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ चुके हैं।जबकि गाँव के लगभग 70 प्रतिशत आबादी में कोरोना केंलक्षण दिखाई दे रहे हैं।सोमवार को यहां स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना जांच कम्पनक आयोजन किया जाएगा।

फ़ाइल फ़ोटो

कोरोना पहुंच अब ग्रामीण क्षेत्रो में गहरी होती जा रही है।यदि ग्रामीण क्षेत्रो लगातार जांच कैम्प लगाकर जांच किये जाएं तो मरीजो की संख्या में बड़ी वृद्धि देखी जा सकती है।मुंगेली जिले के लोरमी जनपद अन्तर्गत ग्राम पंचायत तेलियापुरान के आश्रित ग्राम कौहाबांधा में अब तक 15 कोरोना मरीज सामने आ चुके हैं।वही गांव की कुल आबादी के लगभग 70 प्रतिशत में कोरोना के सर्दी बुखार जैसे लक्षण दिखाई दे रहे हैं।सरपंच प्रतिनिधि भानु कश्यप ने बताया कि ग्राम कौहाबांधा उनके पंचायत के अंतर्गत आता है।यहाँ अब तक 15 कोरोना मरीज सामने आ चुके है।लेकिन गांव के अधिकांश लोग सर्दी बुखार की चपेट में है।इसकी सूचना स्वास्थ्य विभाग को दे दी गयी है। स्वास्थ्य विभाग के सेमरसल स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी बलराम चंद्राकर से बात हुई है।सोमवार को कौहाबांधा में कोरोना जांच कैम्प लगाया जाएगा।गांव की कुल जनसंख्या लगभग साढ़े चार सौ है इस हिसाब यदि इसका 70 प्रतिशत निकले तो लगभग 300 लोगो मे सर्दी बुखार जैसे लक्षण दिखाई दे रहे है।अब इनमे से कितने कोरोना से संक्रमित हुए है यह तो जांच कैम्प में होने वाले कोरोना जांच से ही पता चल पाएगा ।

मनरेगा काम होगा स्थागित

कौहाबांधा में सोमवार से मनरेगा के तहत कार्य शुरू होना था लेकिन गांव में सर्दी बुखार के मरीजो की अधिक संख्या को देखते हुए जांच कैम्प के लगने तक काम स्थगित कर दिए गए हैं। सोमवार को जांच कैम्प लगने के बाद जो भी परिणाम आएंगे उसके अनुसार निर्णय लिया जाएगा।सरपंच प्रतिनिधि भानु कश्यप ने बताया कि गांव में सर्दी बुखार से पीड़ित लोगों की अधिक संख्या को देखते हुए मनरेगा के काम को अभी फिलहाल रोकने का निर्णय लिए है।लोगो की जांच रिपोर्ट आ जाने के बाद काम शूरु करने या नही करने पर निर्णय लिया जाएगा।


गांवों में अब भी बरती जा रही लापरवाही

खतरे की घंटी यह है कि कमोबेश इस क्षेत्र के हर गांव की यही कहानी है।क्षेत्र के लगभग हर गांव में कोरोना के 10 से 15 मरीज सामने आ चुके है।हल्के लक्षणों वाले कई लोग गांव में है जिन्होंने किसी कारणवश जांच नही कराया है।जरूरत यह है कि यदि कोरोना चैन को तोड़ना है तो हर गांव में पंचायत स्तर पर जांच कैम्प लगाया जाना चाहिए।गांव स्टार पर अब भी लोग इसे गंभीरता से नही ले रहे हैं,और लापरवाही बरत रहे हैं।कोरोना संक्रमित मरीज घरों से निकल कर गांव में खुले आम घूम रहे है।जानते बुझते होने के बाद भी न तो जनप्रतिनिधि और न ही गांव वाले उन्हें बाहर घूमने से मना नही करते है।

ग्रामीण क्षेत्रो में कोरोना जांच की स्थिति जानने के लिए लोरमी बीएमओ डॉ दाउ को उनके मोबाइल नंबर पर सम्पर्क किया गया मगर उन्होंने फ़ोन नही उठाया।

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