नहीं जाएंगे 25 किलोमीटर दूर, साहब यूँ न करो मजबूर,

मस्तूरी

सूरज सिंह – मस्तूरी क्षेत्र के जनपद मुख्यालय के नजदीकी ग्राम पंचायतों को सीपत उप तहसील के अंतर्गत किये जाने का ग्राम पंचायत के सरपंचों ने विरोध करना शुरू कर दिया है।उनका कहना है कि मात्र छः से सात किलोमीटर की दूरी को छोड़कर ज्यादा दूर सीपत उप तहसील में न जोड़ा जाए।

लिमतरा,दर्रीघाट,कर्रा आदि पंचायतों के सरपंचों ने आज मस्तूरी तहसीलदार मनोज खांडे को ज्ञापन सौंपा। जिसमें
मांग की गई है कि उनके पंचायतों का सारा काम तहसील कार्यालय मंस्तूरी से होता है।चूंकि वर्तमान में उक्त ग्राम पंचायत को उप-तहसील कार्यालय सीपत से जोड़ा जा रहा है।इस पर आपत्ति जताते हुए लिखा है कि हमारा ग्राम पंचायत जनपद पंचायत मस्तुरी में आता है और तहसील मस्तुरी से महज सात किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। हमारे ग्राम पंचायत के सभी कार्यों को कराने के लिए हमे केवल सात किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती है ।जिससे हमारा कार्य आसानी से हो जाता है। उपतहसील सीपत की दुरी हमारे ग्राम पंचायत से 25-30 किलोमीटर है ।यदि हमारा ग्राम पचायत उपतहसील सीपत मे जोडा जाता है, तो ऐसी स्थिति मे हमे बहुत अधिक कठिनाईयो का सानना करना पडेगा ,तथा अनावश्यक 25-30 किलोमीटर की दूरी तय कर कार्यों का कराने हेतु जाना पडेगा। इससे आर्थिक शाररिक रूप से परेशानिया उत्पन्न हो जावेगी । इसलिये हमारे उक्त ग्राम पंचायत को तहसील मस्तुरी में ही यथावत रखा जाना उचित होगा, ताकि सभी कार्योंका संचालन उचित रूप से हो सके, तथा अनावश्यक परेशानियों से बचा जा सके। अतः प्रस्तुत आपत्ति स्वीकार कर लिमतरा कर्रा दर्रीघाट आदि,पंचायतों को यथावत मस्तूरी तहसील में रखा जाए।

ज्ञातव्य है कि मस्तूरी तहसील के कुछ ग्राम पंचायतों को सीपत उप तहसील में जोड़ा जा रहा है,जिसको लेकर सरपंचों ने आपत्ति जताई है। लिमतरा सरपंच फूलचंद बंजारे ने बताया कि लिमतरा से मस्तूरी की दूरी मात्र 7 किलोमीटर है ।लेकिन अगर हमारे ग्राम पंचायत को उप तहसील सीपत में जोड़ दिया जाएगा तो हमें 25 से 30 किलोमीटर यात्रा करना होगा ,और ऐसी स्थिति उन सभी पंचायतों की है जिनको उप तहसील सीपत में जोड़ा जा रहा है ।इसीलिए जिन पंचायतो को उप तहसील में जोड़े जा रहे हैं वहां के सभी सरपंचों ने आज तहसील कार्यालय में मस्तूरी तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा है और आपत्ति दर्ज कराई है।

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