मंस्तूरी
सूरज सिंह – अपनी प्रेमिका से हो रही सगाई को टालने के लिए प्रेमी ने षड्यंत्र कर , होने वाले 9 वर्षीय साले को पहले तो मौत के घाट उतार दिया ।फिर पुलिस को गुमराह करने अपहरण की झूठी कहानी बना दी।लेकिन उसका यह झूठ पुलिस के द्वारा पकड़ लिया गया और वह सलाखों के पीछे पहुंच गया।यह पूरा घटना क्रम कल पचपेड़ी थाने से एक 9 वर्षीय बालक के अपहरण की सूचना के बाद खुलासे के रूप में सामने आया है।

कल उस समय पचपेड़ी क्षेत्र में सनसनी फैल गयी। जब एक 9 साल के बच्चे प्रियांशु नायक के अपहरण की सूचना थाने में दर्ज कराया गया। अपहरण की सूचना पर अलर्ट हुई पुलिस ने इस मामले को सुलझा लिया है। लेकिन इस मामले में जो खुलासा हुआ है वह बेहद ही दुखद और चौकाने वाला है। दरअसल 9 वर्षीय मासूम प्रियांशू नायक की हत्या कर दी गई है और मामले को अपहरण का रूप दिया गया है,और यह सब किया है ,उस बालक के रिश्ते में होने वाले जीजाजी ने ।जानकारी के अनुसार प्रियांशू नायक के होने वाले जीजा ने ही मासूम की मुँह दबाकर हत्या की और लाश को पचपेड़ी के कन्या शाला में फेंक दिया था।
अब तक सामने आए तथ्यों से यह बात सामने आई है कि जिस लड़के की शादी मासूम प्रियांशू की बड़ी बहन से होने वाली थी,पूरा परिवार जिस युवक के परिवार का इंतजार कर रहा था, उसी युवक आरोपी ओम नायक ने बच्चे को ले जाकर उसकी हत्या कर दी और घर पहुँचकर बच्चे के अपहरण होने की झूठी कहानी गढ़ दी, जिसके बाद प्रियांशू के माता पिता अपहरण की शिकायत दर्ज कराने थाने पहुँचे, और जिसके बाद ही पुलिस अलर्ट हुई और गंभीरता से जांच में जुट गई, इस दौरान रेंज आईजी रतनलाल डांगी पचपेड़ी थाने पहुँचे थे, जिन्होंने बच्चे को बरामद करने आवश्यक दिशा निर्देश पुलिस अधिकारियों को दिए थे, जिस पर 6 टीमों को मामले की जांच में लगाई गई थी।

पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल ने मामले का खुलासा करते हुए बताया है कि आरोपी युवक ओम नायक का मृतक बच्चे के घर आना जाना था और वह उसके साथ खेलता, घूमता फिरता था।दरअसल आरोपी का मृतक परिवार से काफी समय से परिचय है। आरोपी पिछले लगभग 1 माह से पचपेड़ी गांव में ही अपनी बड़ी मां के यहां रह रहा था। बालक प्रियांशु आरोपी के साथ खेलता भी था और उसके साथ उसकी बड़ी मा के घर भी आता जाता रहता था। एसपी प्रशांत अग्रवाल ने बताया कि आरोपी ओम नायक फिलहाल सुबह खेल-खेल में विवाद पर बालक की हत्या करना बता रहा है। वास्तविक कारण जानने पुलिस के द्वारा पूछताछ जारी है। प्रियांशु के पिता पुनीत ने पुलिस को बताया कि रविवार को उनकी बड़ी बेटी के रिश्ते के लिए मेहमान आने वाले थे। इसकी तैयारी में परिवार के सभी सदस्य जुटे हुए थे। इस दौरान किसी का ध्यान बच्चे की ओर नहीं गया। आमतौर पर प्रियांशु मोहल्ले में खेलकर वापस आ जाता था। लेकिन जब देर तक वापस नही आया मां राजो बाई ने कपड़े बदलने के लिए प्रियांशु की तलाश की,वह आसपास नहीं मिला। इस बीच ओम नायक ने सूचना दी कि नकाबपोश मोटरसाइकिल सवार लोगो ने प्रियांशु का पहरण कर लिया है ।तब परिवार वालों को मामले की गंभीरता का एहसास हुआ। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेकर बहुत से पहलुओं पर जांच की।बालक के गायब होने की जानकारी मिलने पर आइजी रतनलाल डांगी समेत अधिकारी पचपेड़ी पहुंच गए हैं। स्वजन व ग्रामीणों से पूछताछ कर बालक के बारे में जानकारी जुटाई। आरोपी द्वारा बनाई गई कहानी में झोल नज़र आते ही उससे कड़ाई से पूछताछ की गई तो प्रियांशु की हत्या करना और लाश को कन्या छात्रावास के मैदान में फेंकना बताया ,जहाँ से पुलिस ने प्रियांशु का शव बरामद कर लिया।आरोपी ने बताया कि वह प्रियांशु की बहन से शादी नही करना चाहता था,और इस शादी को टालने के लिए ही उसने घटना को अंजाम दिया है।

पुलिस को आरोपी पर तब शक हो गया था जब उसके परिवार में माता पिता ने इस सगाई की कोई जानकारी नही होने बात बताई।इसके बाद पुलिस की कड़ाई के आगे आरोपी टूट गया।