करगीरोड( कोटा)
हरीश चौबे
कोटा बिलसपयर मुख्य मार्ग पर जल संसाधन विभाग द्वारा बनवाये गए वर्षों पुरानी नारायण टायर बांध पर भू माफियाओं की कुदृष्टि पैड गयी है और लबालब भरे बांध को पाता जा रहा है । अधिकरियों और जिम्मेदारों तक शिकायत के बाद भी अभी तक कोई कार्यवाही नही किया जाना मिलीभगत को उजागर करता है।
कोटा बिलासपुर मुख्य मार्ग में ग्राम पंचायत रानीसागर के मौहारखार में जल संसाधन विभाग कोटा ने पूर्व विधान सभा अध्यक्ष व विधायक स्वर्गीय राजेन्द्र प्रसाद शुक्ल जी ने आदिवासी बाहुल्य क्षेत्रों में किसानों के लिये अच्छी फसल केअपने क्षेत्रों में सिंचाई के लिये वैसे लगभग बीस साल पूर्व में मौहारखार में मुरूम खदान में नारायण टार बांध का निर्माण कराया गया था लेकिन सिंचाई विभाग के विभागीय अधिकारीयो की अनदेखी से बांध में लबालब पानी से भरे होने के बाद भी भूमाफिया ने बाँध को चारो तरफ से पाट को घेरा बंधी कर कब्जा कर लिया लिया है। वही पूर्व में दो साल पहले नारायण टार बांध को भूमाफिया द्वारा बांध को पाटने से खनिज विभाग, तहसीलदार, और सिंचाई विभाग ने बाँध कार्यवाही भी की थी। और कोटा सिंचाई विभाग के विभागीय अधिकारी ने भी कब्जा धारी को नोटिस जारी किया गया था । लेकिन विभागीय अधिकारीयो अनदेखी आधे से ज्यादा बांध के मेङ जो बांध के पानी को एकत्रित करने लियो मिट्टी को चारो ओर तरफ से (पार) उसे भी भूमाफिया ने बिना अनुमति से जेसीबी से खुदाई कर बराबर कब्जा कर लिया है ।
मौहारखार में नारायण टार बांध से सिंचाई के लिए मौहारखार में किसानों के खेत, आमने किसानों की समस्याओं के देखते बांध की निर्माण कराया गया था किसानों के खेतों के लिये सिंचाई हेतु सन 1975 के लगभग पूर्व विधानसभा अध्यक्ष स्वर्गीय राजेंद्र प्रसाद शुक्ला की पहल पर नारायण तार बांध का निर्माण कराया गया था ।ताकि किसानों को पानी मिल सके बनाये सिंचाई विभाग ने नारायण टार बांध बनाकर भूल गया है। वही जेसीबी से पाट भू माफिया ने कब्जा कर लिया है ।
सिंचाई विभाग व कोटा एसडीएम, तहसीलदार ने शिकायत के बाद भी कार्यवाही नहीं की ।
इस बारे में
अनुविभागीय अधिकारी राजस्व आनन्द तिवारी का कहना है अभी मुझे मालूम पड़ा है तहसीलदार पटवारी को भेजकर दिखाता हूं।
कार्यपालन अभियंता सिंचाई विभाग अशोक तिवारी का कहना है कि
मामला न्यायालय में लंबित है आगे कलेक्टर साहब को बता दिए हैं