बिलासपुर
राजीव दुबे
पुष्पा झुकेगा नहीं लेकिन छत्तीसगढ़ पुलिस छोड़ेगी नही।इसे बुधवार को रतनपुर पुलिस ने चरितार्थ किया है।रतनपुर पुलिस ने उत्तरप्रदेश में तस्करी किये जा रहे एक क्विंटल खुशबूदार चंदन की लकड़ी बरामद किया है।हालाँकि तस्कर अंधेरे का फायदा उठाकर भागने में सफल हो गए।जब्त किए गए चंदन की लकडी की कीमत 5 लाख रुपये आंका जा रहा है।
रतनपुर पुलिस ने आज उत्तरप्रदेश जाने के लिए वाहन का इंतजार कर रहे युवकों के कब्जे से 15 नग 2- 2 फीट के चंदन की लकड़ी के टुकड़े बरामद किया है। हालांकि युवक पुलिस को आता देख कर सामान छोड़ अंधेरे का लाभ उठाकर भागने में सफल हो गए।प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर श्रीमती पारूल माथुर को मुखबिर द्वारा सूचना मिली थी, कि दो युवक नया बस स्टैण्ड रतनपुर में बोरियों में सफेद चंदन की लकड़ी लेकर उत्तरप्रदेश जाने के लिए वाहन का इंतजार कर रहे है।मुखबिर की सूचना पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ग्रामीण रोहित झा एस0डी0ओ0पी0 कोटा आशिष अरोरा के दिशानिर्देश पर थाना प्रभारी रतनपुर हरविंदर सिंह के नेतृत्व में सहायक उप निरीक्षक हेमंत सिंह, आरक्षक – रामलाल सोनवानी, सचिन तिवारी
की टीम गठित कर रेड कार्यवाही की गई। बस स्टैण्ड रतनपुर में बोरी लेकर खड़े दो अज्ञात युवक पुलिस की वाहन को देखकर भागने लगे। पुलिस ने उनका पीछा किया किंतु संदेही युवक अंधेरे का लाभ उठाकर भाग गये। रतनपुर पुलिस द्वारा मौके पर पहुंचकर संदिग्ध युवकों द्वारा छोड़े गये बोरे की जांच की, जिसमें लगभग 2-2 फीट
लम्बाई के कुल 15 नग सफेद चंदन के पेड़ के कटे हुए खुशबूदार टुकड़े बरामद किये गये। तौल कराने पर लकड़ी का कुल वजन 100.11 किलो पाया गया।जप्त सफेद चंदन की लकड़ियो की कीमत लगभग 05 लाख रूपये है।चंदन की लकड़ी बिलासपुर जिले के सीमावर्ती जिले गौरेला/पेन्ड्रा/ मरवाही तथा कोरिया जिले मेंपाई जाती है। सफेद चंदन की खुशबुदार लकड़ियो को संदिग्ध चोरी का तथा शासन द्वारा प्रतिबंधित लकड़ी के तस्करी के अपराध संबंधित कार्यवाही की जा रही है।
वन अधिनियम में प्रतिबंधित है चंदन की लकड़ी
छत्तीसगढ़ शासन द्वारा वन अधिनियम।के अंतर्गत सफेद चंदन की लकड़ी का भंडारण, कटाई एवं परिवहन प्रतिबंधित एवं दण्डनीय है।
सफेद चंदन का उपयोग औषधि सौन्दर्य प्रसाधन एवं धार्मिक कार्यों में किया जाता है। छत्तीसगढ़ में चंदन दुर्लभ है,पुलिस को ऐसा अनुमान है कि अज्ञात लोगों द्वारा चोरी कर चंदन लकड़ी को उत्तरप्रदेश की ओर ले जाया जा रहा था।