बिलासपुर
ब्यूरो –
बिलासपुर के मस्तूरी तहसील के सीपत उपतहसील के दवनडीह में पैतृक संपत्ति को लेकर चल रहे विवाद में अधिवक्ता संघ के कोषाध्यक्ष को जान से मारने की धमकी दी गयी है।इसकी शिकायत वकील ने सीपत थाने में की है और कड़ी कार्यवाही की मांग की है।जबकि संपत्ति विवाद का प्रकरण पूर्व से ही न्यायालय में विचाराधीन है।
बिलासपुर जिला अधिवक्ता संघ के कोषाध्यक्ष अश्वनी जायसवाल ने सीपत थाने में आवेदन देकर अपने फूफा और फुफेरे भाई के विरुद्ध मामला दर्ज कराया है।उसने अपबे आवेदन में लिखा है कि उनके पैतृक संपत्ति का विवाद अलग अलग स्थानों में।निवास करने वाली बुआ और उनके पुत्रों से चल रहा है।इस विवाद के प्रकरण विभिन्न न्यायालयों में विचाराधीन है और सुनवाई चल रही है।इस दौरान आवेदक जमीनों को उपभोग कर रहा है।वर्तमान में उसने खेती की जमीन पर धान की रोपाई के लिए गांव के किसानों को अधिया दिया हुआ है।8 जुलाई को उसकी बुआ शिवकली फूफ़ा नरेंद्र जायसवाल और फुफेरे भाई विकास जायसवाल द्वारा दवनडीह जाकर किसानों के साथ अश्लील गाली गलौच करते हुए रोपे गए धान के ऊपर ट्रैकटर चलाकर खराब कर दिया ।इसकी सूचना प्रार्थी को मिलने पर उसने अपने फूफाऔर उसके बेटे से बात की और मामले के न्यायाधीन होने की बात को बताया।इसके बावजूद उन्होंने प्रार्थी अश्वनी जायसवाल को भी गंदी गंदी गालियां देते हुए जान से मारने की धमकी दे डाली।इसकी शिकायत सीपत थाने में कई गयी है।सीपत पुलिस ने अधिवक्ता की रिपोर्ट पर हमलावरों के खिलाफ धारा 294,506,34 के तहत जुर्म दर्ज कर लिया है!