आबकारी अधिकारियों द्वारा ग्रामीण युवक की पिटाई, सच्चाई या कार्यवाही का डर?

तख़तपुर

ब्यूरो –

तख़तपुर जनपद के ग्राम सोनबंधा के एक युवक के परिजनों ने आबकारी विभाग के अधिकारियों पर युवक के साथ अधमरा होते तक मार पीट करने का आरोप लगाया है।तख़तपुर थाने इस बाबत शिकायत दी गयी है।इवके के बड़े भाई ने आबकारी अधिकारियों पर छापेमारी के दौरान अकारण ही मारपीट करने की शिकायत की है।वही आबकारी अधिकारियों का कहना है कि कार्यवाही से बचने के लिए निराधार आरोप लगाए जा रहे है।

तख़तपुर जनपद अंतर्गत अवैध महुआ शराब के लिए कुख्यात सोनबंधा गांव के एक युवक के बड़े भाई ने तख़तपुर थाने में शिकायत की है कि आज आबकारी विभाग के अधिकारी सात से आठ गाड़ी में गांव आये थे ।उसके छोटे भाई से गांव में कौन कौन शराब बनाते है कहके पूछा।भाई के अनभिज्ञता जताने पर अधिकारियों ने उसे बेहोश होते तक लात घूसों और डंडे से मारा। अपनी शिकायत में घायल युवक के बड़े भाई रतन टंडन ने लिखा है कि आबकारी विभाग के अधिकारी गांव में अवैध महुआ शराब के लिए छापेमारी करने आये थे।इसी समय उसका भाई किसी काम से गली से गुजर रहा था।आबकारी अधिकारियों ने उससे शराब बनाने वालों के घर का पता पूछा।उसके भाई विशंभर ने बताया कि वह नही जानता है।वह गुजरात मे काम करता है और लॉक डाउन में ही यहाँ आया है।इसके बाद आबकारी वाले उसे लात घूसों और डंडे से मारने लगे बीच बचाव करने आये परिजनों से भी दुर्व्यवहार करते हुए मारपीट किया।इसके बाद हमने 112 में डायल किया लेकिन कोई सहायता नही मिली थाने में भी फ़ोन लगाया मगर फ़ोन नही उठाया गया।यदि उसके भाई को कुछ होता है तो इसकी जवाबदारी आबकारी विभाग के अधिकारियों और शासन की होगी। पुलिस ने मामले के विषय मे उच्चाधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा है इसके बाद कार्यवाही करने की बात कही है।

कार्यवाही के डर से लगाये आरोप – आबकारी विभाग

आज की इस घटना के विषय मे आबकारी उप निरीक्षक मुकेश पांडेय से जानकारी लेने पर बताया गया कि सोनबंधा गांव अवैध महुआ शराब बनाने के लिए कुख्यात है।यहाँ लगभग पूरा गांव ही इस तरह के काम मे लगा हुआ है।जब गांव में छापेमारी की जाती है तो या तो लोग अपने घर छोड़ कर भाग जाते हैं ।या फिर महिलाओ को सामने कर देते है।यहाँ इस कारोबार में लगे लोग बड़े शातिर है पड़ोसी के नाम को भी नही बताते।गांव में कोटवार और सरपंच को बुलाने पर भी नही आते है। यहाँ आबकारी विभाग द्वारा लगातार कार्यवाही की जा रही है। इससे घबराए हुए अपराधी प्रवृत्ति के लोग तरह तरह के हथकंडे अपना रहे है।आज भी जब छापे मारी की गई तो युवक से घर किसका है पूछा गया लेकिन उसने पता नही होना बताया। इसी समय एक बच्ची उस घर से निकल कर उसे पापा कहते लिपट गयी। इससे उसकी पोल खुल गयी।तो वह बचने के लिए झटपटाते हुए जमीन पर गिर गया और तड़पने का नाटक करने लगा।हमने उल्टे उसे गाड़ी में स्वास्थ्य केंद्र ले जाने की बात कही लेकिन उसके परिजनों ने मना कर दिया।कार्यवाही कर बड़ी मात्रा में लाहान जब्त कर कार्यवाही रटने के बाद वापस आ गए।इसके बाद पता चला कि हमारी टीम के ऊपर मारपीट करने का आरोप लगाया गया है।जांच में सच सामबे आ जायेगा क्योंकि जब हम कार्यवाही करते है तो खुद भी वीडियो बनाते है और गांव वाले भी हमारी कार्यवाही का वीडियो बनाते है।यदि गांव वालों के वीडियो फुटेज देखे जाए तो सच्चाई सामने आ जायेगी।

इन पर हुई कार्यवाही

ग्राम सोनबंधा वृत्त तखतपुर में सहायक आयुक्त आबकारी बिलासपुर द्वारा गठित संयुक्त टीम द्वारा आज सुबह छापे मार कार्यवाही की गई ।जिसमे श्याम कुमार पिता रामफल बघेल जाति सतनामी उम्र लगभग 42 वर्ष जप्त मात्रा 20 लीटर महुआ शराब एवं रमाकांत पिता छोलन जाति सतनामी उम्र लगभग 45 वर्ष जप्त मात्रा 30 लीटर महुआ शराब धारा 34(1)क,34 (2)59 क के तहत कार्यवाही एवं इसके अतिरिक्त 2 अन्य जगहों से 20,20 लीटर महुआ शराब जप्त किया गया।साथ ही लगभग 400 किलो ग्राम महुआ लहान भी बरामद किया गया जिसमें आरोपियों की पतासाजी की जा रही है।इस प्रकार धारा 34 (1)क,34(2)के कुल 4 प्रकरण जिसमे दो आरोपी उपर्युक्त मौके से फरार एवं 2 अन्य की पतासाजी की जा रही है।एवं 4 प्रकरण 34(1)क, च में भी आरोपियों की पतासाजी की जा रही है।

सोनबंधा के साथ नगर व अन्य गांवों में भी क्यों नही हो रही कार्यवाही?

क्षेत्र में सोनबंधा अवैध शराब के उत्पादन के लिए कुख्यात है।एक समय इस गांव में पुलिस और आबकारी वाले गांव में घुसने से भी डरते थे।लेकिन अब लगातार सोनबंधा में छापेमारी कर कार्यवाही की जा रही है ।लेकिन लोगो के बीच इस बात की भी चर्चा है कि सोनबंधा में ज्यादातर कार्यवाही उगाही के दृष्टिकोण से की जा रही है।आबकारी के साथ साथ पुलिस वाले भी इस गांव के चक्कर उगाही के लिए लगाते रहते हैं और जब जेब खाली राह जाती है तो कार्यवाही कर देते है।लेकिन सोनबंधा गांव के साथ साथ क्षेत्र में पचबहरा, मोछ, गिरधौना, छिरहा,बीजा,गुनसरी, बाराही,कंचनपुर,बांधा जैसे गांव भी है ,जहाँ अवैध महुआ शराब की भट्ठियां लगी हुई है।मगर इन गांवों में न तो आबकारी वाले जा रहे है और न ही पुलिस वाले कार्यवाही कर रहे है। इसी के साथ साथ नगर के भी कई स्थान और लोग है जो अवैध रूप से शराब का कारोबार कर रहे है लेकिन पुलिस और आबकारी के नाक के नीचे ही हो रहे इस अवैध धंधे में कार्यवाही नही हो रही है।

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