मुंगेली
सदाराम कश्यप –
मुंगेली जिले में अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) मुंगेली नवीन भगत के खिलाफ स्वास्थ्य कर्मियों ने मोर्चा खोल दिया है। विभिन्न स्वास्थ्य संगठन ने एकजुट होकर नवीन भगत की शिकायत करते हुए कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है,और उनके खिलाफ उचित कार्यवाही करने की मांग की है। स्वास्थ्य संगठन के विभिन्न पदाधिकारियों ने एसडीएम के विरुद्ध आरोप लगाया है कि वे 3 मई को जरहागांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण के दौरान टीकाकरण नहीं किये जाने पर स्वास्थ्य कर्मियों के साथ अभद्र भाषा का प्रयोग करते हुए स्वास्थ्य विभाग के सीएमएचओ को दो थप्पड़ लगाने तक की बात कह दी थी। इससे स्वास्थ्यकर्मी आक्रोशित हो गए है और वे नवीन भगत हटाने की मांग कर रहे हैं।
मुंगेली जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संगठनों के पदाधिकारियो ने एकजुट होकर अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) नवीन भगत के खिलाफ संचालक स्वास्थ्य सेवायें, और जिला कलेक्टर से शिकायत की है।कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुये अनुविभागीय अधिकारी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही कर मुंगेली से हटाने की मांग की है।ज्ञापन में स्वास्थ्य संगठनों ने बताया है कि दिनाँक 3 मई को जरहागांव प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के निरीक्षण के दौरान वहाँ टीकाकरण नही किये जाने की बात को लेकर उपस्थित टीकाकरण कर्मियों राजकुमार साहू और श्रीमती सुनीता मेहर से तो अभद्रतापूर्वक बात की ही,सीएमएचओ के लिए भी उन्हें कुछ नही आने और सारी समस्या की जड़ बताते हुए दो थप्पड़ लगाने की बात कह दी।प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपस्थित कर्मियों द्वारा टीकाकरण नही करने के लिए शासन के ही निर्देश का हवाला देने पर बड़बोले नवीन भगत यहाँ तक कह गए कि टीका लगाना कौन सी बड़ी बात है।यह कार्य तो मैँ या मेरे चपरासी भी कर सकते है।साथ ही उन्होंने उपस्थित स्वास्थ्यकर्मियों को घर घर जाकर टीका लगाने की बात भी कही गयी।जबकि शासन ने निर्धारित टीकाकरण केंद्रों के ही टीकाकरण किये जाने का निर्देश जारी किया है।अनुविभागीय अधिकारी ने एक भी हितग्राही के आने पर टीका लगाने की बात कही जबकि ऊपर से निर्देश है कि वायल तब ही खोले जाये जब कम से कम 8 से 10 हितग्राही उपस्थित हो ।अन्यथा की स्थिति में वायल खुलने और उपयोग नही होने पर वैक्सीन खराब हो जाएगा।जब नवीन भगत को इस बात से अवगत कराया गया तो उल्टे स्वास्थ्य कर्मियों को नियम कानून बताने की बात कह कर डांट दिया।स्वास्थ्यकर्मियों के पदाधिकारियो का कहना है कि यदि नवीन भगत की दृष्टि में स्वास्थ्यकर्मी खाली बैठे रहते है और टीकाकरण करना कोई बड़ा काम नही है तो टीकाकरण की सारी जवाबदारी एसडीएम को दे दिया जाए।ज्ञापन सौंपते हुए संगठनों ने चेतावनी दी है कि यदि तीन दिवस में अनुविभागीय अधिकारी के विरुद्ध ठोस कायर्वाही नही की जाती है, तो समस्त स्वास्थ्यअधिकारी और स्वास्थ्यकर्मी कोविड 19 टीकाकरण से समस्त दायित्वों से मुक्त समझे जाएंगे ,जिसका सारा उत्तरदायित्व शासन का होगा।
नवीन भगत और विवाद का पुराना नाता है।
अनुविभागीय अधिकारी नवीन भगत और विवादों का पुराना नाता रहा है। नवीन भगत जब लोरमी में पदस्थ थे तो वहाँ सरपंच संघ और धान खरीदी केंद्र प्रभारियों ने अलग अलग मौकों पर उनके विरुद्ध प्रदर्शन किया था।धान खरीदी केंद्र प्रभारियों ने नवीन भगत द्वारा मारपीट और गाली गलौकज किये जाने का आरोप लगाते हुए एक दिन धान खरीदी ही रोक दिया था।इसी तरह सरपंच संघ ने भी कार्यों में अनावश्यक हस्तक्षेप और मानसिक प्रताडना का आरोप लगाते हुए नवीन भगत के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था।जिसके बाद नवीन भगत को लोरमी से हटाकर मुंगेली पदस्थापित किया गया था।लेकिन उनके व्यवहार में आज भी कोई बदलाव नही आया है।पहले की तरह आज भी पद के नशे किसी को और किसी के लिए कुछ भी कहा देते है।
आज ज्ञापन सौपने वालो में प्रमुख रूप से ओम प्रकाश कश्यप – जिला अध्यक्ष छत्तीसगढ़ राज्य कर्मचारी संघ ,नरेंद तिवारी – जिला अध्यक्ष स्वास्थ्य एवं बहुउद्देश्यीय कर्मचारी संघ ,राजा राम गोयल – जिला अध्यक्ष स्वास्थ्य सयोजक कर्मचारी संघ ,अमित दुबे छत्तीसगढ़ प्रदेश एनएचएम कर्मचारी संघ शामिल रहे।