तख़तपुर
ब्यूरो –
कोरोना महामारी के चलते तख़तपुर दवा विक्रेता संघ के दवाई दुकानों को रोटेशन में खोलने के निर्णय से आम जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।एक दिन में नगर में केवल पांच दवाई दुकान खोल जाने से दवाई दुकानों में भीड़ तो लग ही रही है, कई दवायें खुली हुई दुकानों में नही मिलने से लोगो को अगले दिन दूसरे दुकान के खुलने का इंतजार करना पड़ रहा है।
नगर में कोरोना की लगातार बढ़ती हुई संख्या के बीच तख़तपुर दवा विक्रेता संघ द्वारा दवाई दुकानों को रोटेशन में खोलने का लिया गया निर्णय लेने से नगर सहित क्षेत्र की जनता को दवाईयों के लिए भटकना पड़ रहा है।लॉकडाउन एवं महामारी के इस महत्वपूर्ण समय में जब लोगों को सबसे ज्यादा दवाइयों की आवश्यकता है। दवा विक्रेता संघ तखतपुर द्वारा प्रशासन के साथ विगत दिनों हुई बैठक में भीड़ से बचने के लिए रोटेशन में दवा दुकानों को खोले जाने का निर्णय लिया गया है । रोटेशन में दुकानें खोले जाने के निर्णय से नगर में एक दिन में केवल पांच दवा दुकाने खुल रही है। जिससे दुकानों में अत्यधिक भीड़ और लंबी लाइन लग रही है। साथ ही मरीजों को आवश्यक दवाइयों की उपलब्धता नहीं हो पा रही है । इस तरह का निर्णय पूरे प्रदेश में कही भी नही लिया गया है। कलेक्टर द्वारा जारी आदेश के तहत भी दवा दुकानों को अत्यावश्यक सेवा मानते निश्चित समय तक खोले जाने का आदेश दिया गया है। अतः विक्रेता संघ के लिए गए इस निर्णय को बदलने की आवश्यकता है। ताकि महामारी के समय में जब लोगों को सबसे ज्यादा दवाओं की आवश्यकता है ।सभी दवा दुकानों को खोला जाना आवश्यक है प्रशासन से निवेदन है कि दवा विक्रेता संघ के इस निर्णय पर पुनर्विचार कर नगर तखतपुर की सभी दवा दुकानो को खोले जाने हेतु निर्देश दिए जाएं।
इलाज रह जा रहा अधूरा!
नगर में सीमित संख्या में दवा दुकानों को खोले जाने से लोगो को कई महत्वपूर्ण दवाईयां नही मिल पा रही है।दरअसल बात यह है कि नगर की दवा दुकानों में सभी दवाईयां एक ही दुकान में मिल जाये यह कम ही होता है।इसके लिए अन्य दुकानों में भी जाना पड़ता है।लेकिन दवा विक्रेता संघ के 5 दुकानों को ही एक दिन में खोले जाने से मरीजों को समय पर सभी दवायें नही मिल पा रही है।इसके चलते उनका इलाज अधूरा ही रह जा रहा है।लोगों ने मांग की है कि सभी दुकाने प्रतिदिन खोली जाएं ताकि जरूरतमंद लोगो को सभी दवायें मिल सके और इलाज पूरा हो सके।