तीनो के तीनों बच गए,सरपंच के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव।

तखतपुर

ब्यूरो

गुनसरी और कोड़ापुरी के सरपंच के विरुध्द अविश्वास प्रस्ताव गिरे

भरारी सरपंच की भी बची कुर्सी, हाइकोर्ट से मिला अविश्वास प्रस्ताव पर स्थगन आदेश

तखतपुर जंपाद क्षेत्र में पंचायतों अलग अलग पंचायतों में लाये गए अविश्वास प्रस्ताव सरपंचों की कुर्सी अगले एक साल तक।के लिए बच गयी है।इसमे से दो पंचायतों में तो अविश्वास प्रस्ताव ही धराशायी हो गए ।वही भरारी पंचायत की सरपंच को अविभवास प्रस्ताव के विरुद्ध हाइकोर्ट से स्थगन आदेश मिल गया है,जिसके कारण आज की गयीं अविश्वास प्रस्ताव की प्रक्रिया शून्य हो गयी है,और सरपंच की कुर्सी बच गयी है।

जनपद पंचायत तखतपुर क्षेत्र में तीन पंचायतों में एक साल पूरा होते ही अविश्वास प्रस्ताव लाया गया।जिसमें से कोड़ापूरी और गुनसरी में अविश्वास प्रस्ताव ही धराशायी हो गया ।वही ग्राम पंचायत भरारी के सरपंच को हाइकोर्ट से स्थगन मिल जाने के कारण लाया गया अविश्वास प्रस्ताव अगले आदेश तक स्थगित हो गया है।आज तखतपुर जनपद के ग्राम पंचायत कोड़ापुरी, गुनसरी और भरारी के सरपंचों के विरुद्ध लाये गए अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान कराया गया।गुनसरी सरपंच पुनिता दिवाकर को हटाने के लिए लाए गए अविश्वास प्रस्ताव ले पक्ष में आठ वोट पड़े जबकि प्रस्ताव के विपक्ष में 10 वोट डाले गए इस तरह पुनीता गुनसरी की सरपंच पद पर अभी कम से कम एक साल तक रहेंगी।ग्राम पंचायत कोड़ापुरी की सरपंच उमा साहू की कुर्सी भी अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में आठ और विपक्ष में 10 मत पड़ने से बच गयी।
भरारी की सरपंच संतोषी महरा की कुर्सी भी हाइकोर्ट के स्थगन आदेश के कारण बाख गयी है ।अब वह हाइकोर्ट के अगले आदेश तक सरपंच की कुर्सी पर बनी रहेंगी।दरअसल ग्राम पंचायत भरारी की सरपंच ने एसडीएम द्वारा अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान के लिए दिए गए आदेश पर स्थगन आदेश के लिए हाइकोर्ट में याचिका लगाई थी ,जिस पर आज ही उसे स्थगन आदेश मिल गया।जबकि भरारी के पंचायत भवन में जारी मतदान में 18 में से 14 पांच उपस्थित होकर मतदान किये और अविश्वास प्रस्ताव 1 के मुकाबले 13 मतो से पास हो गया ।लेकिन इधर स्थगन आदेश मिल जाने से प्रक्रिया ही शून्य हो गयी।

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