तख़तपुर
ब्यूरो –
नगर ही नहीं पूरे देश में भाजपा और कांग्रेस एक दूसरे के विरुद्ध राजनीतिक चाले चलते हुए आरोप प्रत्यारोप लगाते ही रहते है।लेकिन तख़तपुर में एक एक नया चलन शुरू हो गया है ।लोग इसे एफआईआर की राजनीति करार दे रहे है।इसका कारण भाजपा और कांग्रेस के द्वारा एक दूसरे के विरुद्ध धरना प्रदर्शन और चक्का जाम को लेकर एफआईआर दर्ज कराया जाना है।एक ओर जहां भाजपा ने कांग्रेस द्वारा किसान आंदोलन के समर्थन में किये गए चक्का जाम के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराया है तो वही दूसरी ओर आज कांग्रेस ने भी भाजपा पार्षदों के विरुध्द अक्टूबर में नगर पालिका कार्यालय में दिये गए धरने के विरुद्ध एफआईआर दर्ज कराया है।पुलिस भी राजनीतिक दबाव के चलते मामला दर्ज करती जा रही है।
आज कांग्रेस पार्षद दल द्वारा थाने जाकर अक्टूबर में पीआईसी के हंगामेदार बैठक के बीच बैठक का बहिष्कार करते हुए सीएमओ कार्यालय के अंदर धरने पर बैठने को लेकर एफआईआर दर्ज कराया है।नगर कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष बिहारी देवांगन के द्वारा दिये गए आवेदन में उल्लेख किया गया है कि 22 अक्टूबर को नगर पालिका सामान्य सभा की बैठक के दौरान भाजपा पार्षदगण ईश्वर देवांगन,कोमल ठाकुर,प्रतिमा कांशी राम देवांगन, अमरीका कृष्णकुमार साहू के द्वारा नगर पालिका सीएमओ धरना दिया गया।
उनके इस कृत्य से नगर पालिका कार्यालय का कार्य प्रभावित हुआ था।इस विषय मे तददिनांक को मुख्यनगर पालिका अधिकारी शीतल चंद्रवंशी द्वारा थाने में आवेदन भी दिया गया था।लेकिन उनके आवेदन पर आज पर्यंत तक कोई कार्यवाही नही की गई है।अतः उक्त आवेदन पर कार्यवाही करते हुए अपराध दर्ज करने की मांग की गई है।
इसके पूर्व भाजपा पार्षदों के द्वारा एक दिन पूर्व ही कांग्रेस कार्यकर्ताओं द्वारा किसान आंदोलन के समर्थन चक्का जाम करने को लेकर ईश्वर देवांगन के नेतृत्व में भाजपा पार्षदों ने एसडीएम को ज्ञापन सौंपकर एक सप्ताह गुजरने के बाद भी चक्काजाम की धाराओं के अंतर्गत कार्यवाही नही को लेकर रोष व्यक्त किया था और तत्काल कार्यवाही की मांग की थी।इसके प्रतिउत्तर में आज कांग्रेस पार्षदों और कार्यकर्ताओ ने थाने में आवेदन दिया है।