बिलासपुर
ब्यूरो – स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा अपने अधीनस्थ संस्थानों में कार्य कर रहे दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों के नियमितिकरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।इसके लिए कार्यालयो से जानकारी मंगाई जा रही है।लेकिन जिस फॉर्मेट में जानकारी मांगी गई है उससे कलेक्टर दर पर काम करने वाले दैनिकवेतन भोगी कर्मचारी नियमितीकरण से वंचित हो जाएंगे।इसका कारण कार्यालायो द्वारा उनकी जानकारी नही भेजा जाना है। माध्यमिक शिक्षा मंडल के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने मंडल के सचिव को पत्र लिखकर जानकारी भेजे जाने का आग्रह किया है।जानकारी नही भेजे जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है।
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स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा अनियमित कर्मचारियों के नियमितिकरण के लिए मांगी गई जानकारी में कलेक्टर दर पर वर्षों से कार्य कर रहे दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों का नाम नही भेजा रहा है।इससे माध्यमिक शिक्षा मंडल में कार्य करने वाले 150 से भी अधिक दैनिक वेतनभोगियों का नियमितिकरण नही हो पायेगा।इससे नियमितिकरण की आस में बैठे और अपनी ज़िंदगी का आधा हिस्सा दैनिक वेतनभोगी के रूप में गुजारने वाले कर्मचारियो को अपना भविष्य आर्थिक तंगी और अंधकार में गुजरने की आशंका सताने लगी है।वर्षों से नियमित होने की प्रतीक्षा में बैठे कलेक्टर दर पर काम कर रहे कर्मचारियों को कुशल /अकुशल नही मानते हुए। उनकी जानकारी स्कूल शिक्षा विभाग को नही भेजी जा रही है।इसके लिए माध्यमिक शिक्षा मंडल के दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों ने शिक्षा मंडल के सचिव को पत्र लिखकर जानकारी नही भेजे जाने को कर्मचारियों के हितविरोधी अन्यायपूर्ण बताते हुए जानकारी भेजे जाने की मांग की है।जानकारी नही भेजे जाने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी भी दी है।ज्ञातव्य है कि स्कूल शिक्षा विभाग ने अपने अधीनस्थ कार्यालयों से वहां काम कर रहे अनियमित, दैनिक वेतनभोगी कर्मचारियों के नियमितिकरण के लिए सात दिवस में निर्धारित प्रारूप में जानकारी मंगाई है।इसमे कलेक्टर दर पर काम करने वाले कुशल/अकुशल कर्मचारियों से संबंधित जानकारी देने के लिए कोई कॉलम नही दिया गया है।इसके कारण ऐसे कर्मचारियो की जानकारी नही भेजी जा रही है।इस संबंध में दैनिक वेतनभोगी कर्मचारी संगठनों ने स्कूल शिक्षा सचिव को पत्र लिखकर उनके विषय मे जनाकरी मंगाने कॉलम जोड़ने की मांग की थी।