मस्तूरी
सूरज सिंह – देश मे किसान की किस्मत में ऊपर वाले संघर्ष करना ही लिखा है।फसल उगाने से लेकर बेचने और उसका पैसा लेने तक हर कदम पर व्यवस्था और परिस्थितियों से जूझना पड़ता है।अभी किसानों को अपना पैसा पाने के लिए सुबह 3 बजे से लाइन लगाना पड़ रहा है।उसके बाद भी पैसा मिल जाये तो गनीमत है।मामला जिला सहकारी बैंक मल्हार का है,जहाँ किसानों को अपने खाते का पैसा निकालने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है।

मल्हार के जिला सहकारी बैंकों में किसानों हाल बेहाल है ।अभी कुछ दिनों पहले ही किसानों के एटीएम से अचानक पैसे गायब होने की बात सामने आई थी। जिसकी कई बार शिकायत करने के बाद किसानों को पैसा वापस कर दिया गया था।अब मल्हार जिला सहकारी बैंक में किसानों को अपना पैसा निकलवाने के लिए सुबह 3:00 से लाइन लगवाया जा रहा है।इसके बाद भी मुश्किल से 30 से 35 लोगों को ही दिन भर में यहां से पैसा मिल पा रहा है।बाकी लोगों को फिर से दूसरे दिन आकर लाइन लगाना पड़ रहा है। इस बारे में कई बार किसान और आम नागरिक सीईओ जिला सहकारी बैंक बिलासपुर से शिकायत कर चुके हैं ।इसके बावजूद अभी तक इस व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ है।शाखा प्रबंधक और कैशियर की लापरवाही की वजह से किसानों और आम नागरिकों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यहां लोग सुबह 3:00 बजे से आकर अपने पासबुक को लाइन में रख देते हैं और फिर उसी हिसाब से पैसे का वितरण होता है। लोगों का यह भी आरोप है कि कैशियर पैसे लेकर लोगों को अलग से अंदर बुला कर पैसा निकाल कर देते हैं। इन्हीं सभी समस्याओं को लेकर मल्हार क्षेत्र के किसान और ग्रामीण उच्च अधिकारियों से लिखित में शिकायत करने की तैयारी कर रहे हैं। मालूम हो कि मल्हार में स्थित जिला सहकारी बैंक के अंदर लगभग 40 से 50 गांव के किसान व ग्रामीण पैसे का लेनदेन करते हैं। कैशियर कि इन सभी हरकतों से ग्रामीणों में काफी आक्रोश देखा जा रहा है। आम लोगों का कहना है कि जो लोग बीमार है, जिन को अर्जेंट में पैसे की जरूरत है और जिन का खाता इस बैंक में है, चाहे वह किसान हो या आम नागरिक ऐसे लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
