बिलासपुर
ब्यूरो- आप लोगो ने शायद ध्यान दिया हो कि पिछले तीन महीने से आपके घरेलू गैस की सब्सिडी नही आ रही है।यदि आई भी हो तो नही के बराबर।इसका कारण यह है कि केंद्र सरकार ने धीरे धीरे करके घरेलू गैस सिलेंडर पर से सब्सिडी हटा दिया है।अब सब्सिडी वाले और बिना सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर के दाम में अंतर बहुत कम रह गया है।
घरेलू गैस उपभोक्ताओं को।मिलनेवाली सब्सिडी केंद्र सरकार द्वारा हटा ली गई है।मई महीने से उपभोक्ताओं को सब्सिडी नही दी जा रही है।चूंकि सब्सिडी सीधे खाते में जाती रही है इसलिए अधिकांश लोगों ने इस पर ध्यान ही नही दिया है।घरेलू गैस पर सब्सिडी धीरे धीरे कम होते हुए अप्रैल महीने में सब्सिडी 11 रुपये के आसपास आयी थी ।ऐसा करते हुए केंद्र सरकार ने घरेलू गैस पर सब्सिडी खत्म कर दिया है।यद्यपि इसकी आधिकारिक घोषणा नही की गई है।फिर भी उपभोक्ताओं के खातों में सब्सिडी का नही आना यही संकेत है कि सरकार ने मई महीने से सब्सिडी खत्म कर दी है।एक अंग्रेजी अखबार में छपी खबर के अनुसार मई महीने में केंद्र सरकार ने गैस के दामो में परिवर्तन करते समय सब्सिडी नही देने का निर्णय ले।लिया था।बिना सब्सिडी वाले गैस सिलेंडर के दामो में कमी और सब्सिडी वाले सिलेंडरो के दामो में वृद्धि के कारण दोनो के बाजार मूल्य लगभग बराबर हो गए हैं।यही कारण है कि सरकार ने गैस की सब्सिडी को खत्म कर दिया है।पिछले एक साल से लगातार गैस सब्सिडी में कटौती की जा रही थी इसीलिए सब्सिडी वाला सिलेंडर 100 रुपये महंगा हो गया है और इसके साथ ही इस पर मिलने वाली सब्सिडी शून्य हो गई है।मई,जून और जुलाई में घरेलू गैस उपभोक्ताओं के खातों में सब्सिडी इसी कारण जमा नहीं हुये है।
क्यों नही हुआ विरोध?
सरकार ने घरेलू गैस पर सब्सिडी खत्म कर दिया और विपक्षी पार्टियों ने विरोध नही किया।ऐसा कैसे हो गया? इसका कारण संभवतः यह है कि सरकार ने सब्सिडी एक साथ खत्म नही करके धीरे-धीरे गैस के दाम बढ़ाये और सब्सिडी को कम करते गया।इसी कारण स्वयं उपभोक्ताओं को इस बात का आभास नही हुआ कि उनके खाते में सब्सिडी नही आ रही है।इसी के चलते विरोधियों को यह समझ ही नही आया कि सरकार ने इतना बड़ा फैसला ले लिया है।वे इसका विरोध नहीं कर पाए और न ही हो हल्ला हुआ।