तख़तपुर
ब्यूरो- कोरोना काल मे सबसे ज्यादा व्यस्त और जोखिम में रहने के बाद भी मैदानी स्वास्घ्य अमला अपना काम पूरी ईमानदारी और क्षमता के साथ कर रहे है।गनियारी क्षेत्र में इस दौरान प्रसव और परीक्षणों तथा ओपीडी की संख्या इस बात की गवाही दे रहे है।
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वर्तमान कोविड-19 महामारी के प्रभाव के समय में भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गनियारी में लोगो को चिकित्सा का लाभ हो रहा है। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी मुकुट मणि दुबे ने जानकारी दी कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के अंतर्गत आने वाले क्षेत्र में वर्तमान समय में कोरोना महामारी के कारण लोगों में स्वास्थ्य के प्रति सजगता और जागरूकता बढ़ी है,जिस कारण लोग छोटी से छोटी समस्या,जिन्हें पहले नजरअंदाज कर देते थे, उसे लेकर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचने लगे हैं। इस कारण प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में आने वाले मरीजो की संख्या में वृद्धि हुई है किंतु कुछ कर्मचारियों की ड्यूटी कोरोना वॉरियर के रूप में अन्यत्र लगाए जाने से स्टाफ की कमी हो गयी है फिर भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र गनियारी में मार्च से अब तक 90 प्रसव हो चुके हैं ,जो कि उल्लेखनीय हैं क्योंकि इस समय बहुत से स्वास्थ्य संस्थाओं में प्रसव अभी नगण्य है। 21क्वारंटाइन सेंटर में ठहराए गए लगभग 700 मजदूरों की देखभाल के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम दिन-रात लगी हुई है। जिसमें आर एम ए, आर एच ओ, मितानिन आदि शामिल हैं, जो इतनी भीषण गर्मी में भी एक जगह से दूसरी जगह दौरा कर लोगों को अपनी सेवा दे रहे हैं ।वर्तमान में प्रवासी मजदूरों के कारण कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ी है,जिससे गांव में संक्रमण का खतरा बढ़ा है। इससे बचने के लिए अधिक से अधिक संख्या में टेस्ट की आवश्यकता है इसी तारतम में गनियारी क्षेत्र में भी टेस्ट की संख्या बढ़ाई गई है। तथा गनियारी निरतु , लोखंडी,तुर्काडीह, घोंघाडीह आदि क्वारंटाइन में स्वास्थ्य जांच किया गया,जिसमें अभी तक प्राप्त सभी रिपोर्ट नेगेटिव है।
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