मस्तूरी
सूरज सिंह- लॉक डाउन पीरियड में काम धंधे बन्द होने की स्थिति में ग्रामीणों को मनरेगा के काम रास आ रहा है।ग्रामीण क्षेत्र।में मजदूर रोज सुबह काम पर जाकर अपनी बेरोजगारी दूर कर आर्थिक रूप से सक्षम भी बन रहे है।
कोरोनावायरस की महामारी से जूझ रहे लोगों को रोजगार संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। लॉक डाउन की वजह से लोगों के काम धंधे बन्द हैं इसकी वजह से उनकी आर्थिक स्थिति भी कमजोर हो गई है। गांव में रहने वाले ऐसे लोग जो मेहनत के भरोसे जीते हैं,जो रोज कमाते हैं और रोज खाते हैं ।ऐसे लोगों को भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है ।इनमें सबसे बड़ी समस्या आर्थिक समस्या है। परन्तु जब से मनरेगा का कार्य शुरू हुआ है तब से लोगों में काफी उत्साह वह खुशी देखने को मिल रहा है। इसके पीछे का कारण यह है कि सरकार प्रत्येक गांव में मनरेगा का कार्य करवा रही है ,और उनका पेमेंट भी हर हफ्ते उनके अकाउंट में डाल दिया जा रहा है। जिससे गांव में रहने वाले गरीब परिवारों को भारी राहत मिल रही है ।मस्तूरी क्षेत्र के लगभग सभी पंचायतों में सुचारू रूप से मनरेगा का कार्य चल रहा है ।ग्राम शुकुलकारी के रोजगार सहायक अश्वनी कुर्रे ने बताया कि इस साल काम करने वाले मजदूरों की संख्या बहुत अधिक है,और पेमेंट हर हफ्ते मजदूरो के खाता में डल जा रहा है। जिससे मजदूरों में काफी उत्साह है जिसके कारण भी मजदूरों का बढ़ना लगातार जारी है। उन्होंने बताया कि मनरेगा के कार्य में सभी मजदूरों को मास्क लगवाकर सोशल डिस्टेंसिंग के साथ कार्य करवाया जा रहा है और शासन के सभी आदेशो का पालन किया जा रहा हैं।