मस्तूरी
सूरज सिंह-मस्तूरी के सुलौनी ग्राम पंचायत के राशन दुकान में शासन के आदेश का पालन नही हो रहा है।यहां गरीबों को दो माह की जगह एक माह का ही राशन दिया जा रहा है।जबकि शासन ने कोरोना के चलते दो माह का राशन देने कहा है।
पूरे देश में लॉक डाउन की वजह से लोग काम करने नही जा पा रहे है ना ही घर से निकल पा रहे है सरकार के दिशा निर्देशों का पालन किया जा रहा है ऐसे में सरकार ने आदेश जारी कर कहा है कि सभी गरीब परिवारों को दो माह का चावल व शक्कर एडवांस में दिया जाना है पर कुछ उचित मूल्य दुकान के संचालक एक ही महीने का शक्कर वितरित कर रहे है ऐसा ही मामला पचपेड़ी क्षेत्र के ग्राम सुलोनी में देखने को मिला जहाँ लोग राशन दुकान के बाहर चिल्ला चिल्ला कर अपने दर्द को बयां कर रहे है कि उनको संचालक के द्वारा एक किलो ही शक्कर दिया जा रहा है और दो महीने का चावल एक तरफ जहां शासन अपना पूरा ताकत लगा रही है कि किसी भी कंडीसन में किसी भी गरीब परिवार को समस्या न हो तो दूसरी तरफ उचित मूल्य के संचालक अपनी कमाई के लिए सरकार को व प्रशासन को बदनाम करने में लगे हुए है यहाँ लोगो का कहना है कि शक्कर वितरण में भी छलावा हो रहा है अपने लोगो को ही दो महीने का दिया जा रहा है और अन्य को एक एक माह का ही दिया जा रहा है अधिकारियों के निरीक्षण के अभाव में संचालक अपने मन मुताबिक कार्य कर रहे हैं