इस नवरात्रि रतनपुर में दर्शन के लिए ऐसी रहेगी व्यवस्था!

  • 0
  • Posted by Mishra Ki Mirchi

बिलासपुर

ब्यूरो

बिलासपुर-अगर आप इस नवरात्रि में रतनपुर महामाया दर्शन की प्लानिंग किये हुए हैं तो जान लीजिए कि कोरोना ने आपके इस बार दर्शन के लिए किसी व्यवस्था बनवाई है।आज हुए रतनपुर महामाया ट्रस्ट की बैठक में नवरात्रि में मंदीर में बरती जाने वाली सावधानी और व्यवस्था पर निर्णय लिया है।इस निर्णय में कोरोना को फैलने से रोकने के लिए कुछ कड़े कदम भी उठाए गए हैं।

कोरोना वायरस से अब सामाजिक रीति रिवाज और मनाए जाने वाले त्यौहार भी प्रभावित होने लगे हैं।जहां शासन अपने स्तर पर इसे फैलने से रोकने के लिए तरह तरह के कदम उठा रहे है।वही सामाजिक संगठन और संस्थान भी कोरोना से बचने के लिए अपने अपने स्तर पर व्यवस्था परिवर्तन कर रहे हैं ।आज रतनपुर महामाया ट्रस्ट की बैठक में वासंती नवरात्रि में मंदीर की व्यवस्था को लेकर लिए गए निर्णय में कोरोना को ध्यान में रखा गया है।इस बार नवरात्रि मनाने के लिए यह निर्णय लिए गए है।

नही होगा श्रीमद्भागवत और रात में जस गीत

इस बार की नवरात्रि में श्रीमद भागवत कथा का आयोजन नही करने के साथ ही रात में होने वाला जस गीत का आयोजन भी नहीं होगा।

भंडारा और भोजन प्रसाद रहेगा प्रतिबंधित

नवरात्रि में श्रद्धालुओं और मंदीर ट्रस्ट द्वारा कराया जाने वाला भंडारा और ₹20 का भोजन प्रसाद प्रतिबंधित कर दिया गया है।

सप्तमी में पदयात्रा पर रहेगा संशय

इस नवरात्रि पर्व में सप्तमी को श्रद्धालुओ द्वारा किया जाने वाला पदयात्रा करने वाले इस बार संशय की स्थिति में रहेंगे।इसका कारण ट्रस्ट द्वारा मंदीर को दर्शन के लिए 10:00 बजे के बाद खुला नही रखने का निर्णय लिया गया है।इसी लिए सप्तमी को पैदल आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मंदीर रातभर खुला नही रखा जाएगा।इस निर्णय से सप्तमी में श्रद्धालुओं की संख्या में कमी देखने को मिल सकती है।

नही लगेंगी अस्थायी दुकाने और मेला

इस नवरात्रि मेला में अस्थाई दुकानें प्रतिबंधित रहेंगे

नही तोड़े जाएंगे नारियल

इस बार रतनपुर में प्रसाद का वितरण मंदिर मंडप से बाहर किया जाएगा और खुला प्रसाद नहीं बांटा जाएगा। नारियल भी तोड़ने की मनाही हैं। साबुत नारियल श्रद्धालु अपने घर ले जाकर तोड़ सकेंगे ।

जागरूकता के लिए उठाएंगे कदम

सामान्य अस्वस्थ व्यक्तियों को भीड़भाड़ वाली जगह पर नहीं जाने के लिए जागरूक किया जाएगा। गांवों में कोटवार के माध्यम से तथा शहरी क्षेत्रों में अन्य माध्यमों से जन जागरण के लिए भीड़भाड़ से बचने के लिए मुनादी कराया जाएगा ।ताकि मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ कम से कम हो ।

इस बार एनसीसी और स्काउट तथा इसके कैडेट्स की सेवाएं नवरात्रि में नहीं ली जाएंगी साथ ही शासन के निर्देशानुसार महामाया परिसर के तालाबों में स्नान प्रतिबंधित किया जाएगा ।करोना वायरस के संदिग्ध मरीजों जिनका इलाज चल रहा है ऐसे लोगों को मंदिर प्रवेश वर्जित रहेगा। प्रशासन द्वारा मंदिर परिसर की समुचित चिकित्सा, प्रबंधन उपलब्ध कराएगा ।मंदीर परिसर में श्रद्धालुओं को प्रबंधन द्वारा मास्क और सुरक्षा संसाधन उपलब्ध कराया जाएगा।

व्यवस्था में शासन के दिशा निर्देश के अनुसार परिवर्तन भी किया जा सकता है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *