मध्यप्रदेश में शीर्ष नेताओं की खींचतान का असर अब कांग्रेस सरकार पर संकट के रूप में सामने आ रहा है।पीछले चार पांच दिनों से चले आ रहे सियासी ड्रामे में आज एक नया और अहम मोड़ आ गया है।काँग्रेस के तेज तर्रार युवा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस्तीफा दे दिया है,और बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।
सवा साल पुरानी कमलनाथ नीत मध्यप्रदेश की कांग्रेस की सरकार का जाना लगभग तय है।इसके पीछे की सियासी वजह कांग्रेस के तेज तर्रार नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया का नाराज होना और उनके समर्थक विधायको का सभी से संपर्क काटकर बेंगलुरु चले जाना है।पीछले कुछ दिनों से एमपी में सियासी शह-मात का खेल चल रहा था इसका पटाक्षेप संभवतः ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के साथ कमलनाथ सरकार की विदाई के साथ होने जा रहा है।
जहाँ कमलनाथ और कांग्रेस ने सरकार बचाने के लिए सभी मंत्रियों से इस्तीफा लेकर फिर से मंत्रिमंडल पुनर्गठन करने की कवायद कर रहे है।वही कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने भी कमलनाथ को खुली छूट भी दे दी है।फिर भी सारी कोशिशें विफल होती नजर आ रही यही और मध्यप्रदेश में बीजेपी फिर से सरकार बनाने की ओर अग्रसर दिख रहा है।
इस बीच ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से मुलाकात भी की है। इससे साफ हो गया है कि सिंधिया बीजेपी ने शामिल होकर एमपी में बीजेपी की सरकार बनवाने जा रहे है।