तख़तपुर
ब्यूरो –
तख़तपुर पुलिस ने बड़ी कार्यवाही करते हुए खपरी के एक मकान से एक करोड़ की कीमत का गांजा जब्त करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।आरोपी की निशानदेही पर उसके मकान से लगभग 9 क्विंटल गांजा बरामद किया गया है।आरोपी का नाम हरीश साहू पिता सतानन्द उम्र 39 वर्ष निवासी मोपका बिलासपुर है।वह लंबे समय से क्षेत्र में गांजे की तस्करी कर रहा है। पहले भी 2016 में गांजा तस्करी के मामले में दो साल जेल जा चुका है।
तख़तपुर पुलिस ने शातिर गांजा तस्कर को पकड़ते हुए उसकी निशानदेही पर एक मकान से एक करोड़ की कीमत का गांजा जब्त किया है। पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि आदतन अपराधी हरीश साहू नाम का व्यक्ति जो पहले भी गांजा तस्करी में 2016 में दो साल की सजा काट चुका है, बड़ी मात्रा में गांजा छिपाकर रखा हुआ है और क्षेत्र में अवैध रूप से बेच रहा है।मुखबिर की सूचना पर हरीश के मोबाइल लोकेशन को ट्रेस कर ग्राम बीजा के पास उसे स्काई हॉस्पिटल के इमरजेंसी डयूटी का स्टीकर लगे स्विफ्ट कार से हिरासत में लेकर थाने लाया गया।यहाँ पूछताछ में पहले तो वह गुमराह करता रहा। लेकिन पुलिस पूरी रात उसके साथ सच्चाई जानने में लगी रही। आखिरकार उसने खपरी में भवानी राइस मिल के सामने के अपने खरीदे गए मकान में गांजा छुपाकर रखना स्वीकार कर लिया।
सुबह पुलिस ने आरोपी के साथ मकान में दबिश दी तो पता चला कि हरीश ने मकान को गांजा का गोदाम बना रखा है।मकान के एक कमरे से 24 अलग अलग बोरियों और बैग में खुले हुए लगभग 8 क्विंटल 52 किलो से अधिक गांजा रखा हुआ था।गांजे की बाजार कीमत लगभग एक करोड़ बताया जा रहा है।पूछताछ में उसने बताया कि वह गांजा उड़ीसा से लेकर आता था।तस्करी के लिए वह पिक अप में सब्जी लाने का बहाना करता था।गांजे को नीचे रखकर ऊपर सब्जी रखकर पुलिस को चकमा देता था।हरीश ने बताया कि उसने यह माल तीन ट्रिप में लाया है।किसे बेचता था पूछे जाने पर उसका कहना था कि जो भी मांगता था उसे दे देता था ।
एएसपी रोहित कुमार झा का कहना है
मुखबिर की सूचना पर मोपका निवासी हरीश साहू को पकड़ा गया है।उसके खपरी स्थित घर से बड़ी मात्रा में गांजा और स्विफ्ट कार जब्त किया गया है।आरोपी से पूछताछ में उसने उड़ीसा से सब्जी के बहाने गांजा लाने की बात बताई है।इससे बातचीत करने वालो से भी पूछताछ की जा रही है और साइबर सेल द्वारा अन्य स्रोत की जानकारी जुटाई जा रही है।जिनके भी नाम सामने आएंगे उनका वेरिफिकेशन किया जाएगा।
कार में स्काई हॉस्पिटल का स्टीकर तो घर मे होमियोपैथी का बोर्ड
शातिर आरोपी इस काम के लिए एक स्विफ्ट कार का उपयोग करता था ।पुलिस को चकमा देने के लिए उसने कार में स्काई हॉस्पिटल इमरजेंसी सर्विस कोविड-19 का स्टीकर लगा रखा था।वहीं मोपका के घर मे होमियोपैथी डॉक्टर का बोर्ड लगा रखा था।पूछताछ में उसने बताया कि उसकी कोई परिचित स्काई हॉस्पिटल में नर्स का काम करती है, जिसे वह लॉक डाउन में रोज छोड़ने और लाने जाता था।इसी के चलते उसने कार में यह सटीकर लगा रखा था।पुलिस कहना है कि वह इसी कार से गांजा लोगो को पहुँचाता था
बड़े मगरमच्छ तक पहुंचेगी पुलिस के हाथ?
जिस तरह से आरोपी का रहन सहन और हुलिया है ,उससे यह नही लगता कि इतनी मात्रा और इतनी बड़ी रकम का गांजा खुद के खर्चे में रख डंप का रखने का जोखिम ले सकता है।निश्चित रूप से उसके पीछे किसी पैसे वाले और बड़े तस्कर का हाथ है।जो पर्दे के पीछे से नशे का कारोबार चला रहा है।पुलिस अगर अपनी मजबूत इच्छाशक्ति दिखाए तो हरीश की मदद से उस तक पहुंच सकती है।अब देखना यह है कि इतनी बड़ी मात्रा में गांजा पकड़कर वाहवाही लूटने वाली पुलिस इस कड़ी की मदद से और कितने लोगों तक पहुंचती है।
साइबर सेल खंगाल रहा आरोपी का मोबाईल
आरोप हरीश साहू से बड़ी मात्रा में तस्करी के लिए रखे गए गांजा के बरामद होने के बाद, पुलिस अब साइबर सेल के साथ मिलकर उसके मोबाइल से कॉल डिटेल्स और लोकेशन को खंगाल रही है जिससे क्षेत्र मे उसके जितने भी ग्राहक है उन तक पुलिस की पहुंच हो सके। जिस तरह से हरीश तक पहुंचने के लिए पुलिस ने मेहनत की है ।यदि हरीश के कॉल निकालकर संबंधित व्यक्तियों तक पुलिस पहुंचती है तो प्रदेश में नशा तस्करों के बड़े रैकेट का पर्दाफाश होने की संभावना है।